यूपी के इन जिलों को आतंकी बना रहे अपना ठिकाना, पहले भी पकड़े जा चुके हैं ये कुख्यात
नाभा जेल पर हमला कर कैराना पहुंचा था परमिंदर उर्फ पेंदा
27 नवंबर 2016 को आतंकी परमिंदर उर्फ पेंदा ने पंजाब की हाई सिक्योरिटी जेल नाभा पर हमला कर आतंकी संगठन खालिस्तान लिब्रेशन फ्रंट के प्रमख हरमिंदर सिंह उर्फ मिंटू सहित दो आतंकियों व अन्य चार कैदियों को छुड़ा लिया था। इसके बाद जब पेंदा तमाम नाकाबंदी तोड़ते हुए पानीपत-खटीमा राजमार्ग से कैराना शहर के बीच से होकर गुजर रहा था, तब उप्र पुलिस के जांबाज कोतवाली में तैनात शहजाद अली और दीपांशु त्यागी ने लंबी दौड़ लगाकर उसे धरदबोच लिया था। उस समय पेंदा की फॉर्च्यूनर गाड़ी से पुलिस को भारी मात्रा में आधुनिक हथियार मिले थे। तभी से दोनों सिपाहियों को उनकी बहादुरी से भी जाना जाने लगा। यह कैराना पुलिस का दुर्भाग्य रहा कि सवा वर्ष पूर्व दीपांशु त्यागी की सड़क हादसे में दुःखद मौत हो गई। फिर, कुछ दिनों बाद जांबाज सिपाही शहजाद अली को झिंझाना थाने में तबादला कर दिया गया।
इस पूर्व मुख्यमंत्री की हत्या की साजिश का खुलासा, मुठभेड़ में पकड़े गए 3 बदमाश
सोमवार को एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने गत 2 अक्टूबर को झिंझाना-चौसाना मार्ग पर गांव कमालपुर के निकट पुलिस पिकेट पर हमला कर लूटे गए इंसास व राइफल का खुलासा किया। पुलिस ने बीती रात तीन आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लूटा गया सरकारी असलाह बरामद कर लिया था। तीनों आरोपी करम सिंह पुत्र गुरचरण निवासी ग्राम रंगाना फार्म थाना झिंझाना जनपद शामली, गुरूजेंट उर्फ जिंटा पुत्र कुलवंत निवासी ग्राम धलावली थाना गंगोह जनपद सहारनपुर तथा अमरीत उर्फ अमृत पुत्र पाला सिंह निवासी सैक्टर नं-6, गली-2 मोहल्ला विकासनगर करनाल सिटी जनपद करनाल हरियाणा उक्त आतंकी संगठन खालिस्तान लिब्रेशन फ्रंट के ही गुर्गे बताए जा रहे हैं। अभी तक पूछताछ में आतंकियों ने सरकारी असलाह लूटने के पीछे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की सभा पर अटैक कर अशांति फैलाने की योजना बताई।