ब्रजेश के दफ्तर की चादरों की जांच
सीबीआइ ने ब्रजेश ठाकुर के अखबार प्रात:कमल के पटना स्थित दफ्तर के कमरों से ज़ब्त चादरों को सीएफएसएल जांच के लिए दिल्ली भेजा है। सीबीआइ को शुक्रवार को यहां दो कार्टन कंडोम और अन्य आपत्तिजनक सामान मिले थे। सीबीआई को शक है कि चादरों की फोरेंसिक जांच में इसका उपयोग करने वालों की जैविक पहचान मिल सकी तो उन संदिग्धों पर शिकंजा कसा जा सकेगा। सीबीआई टीम को यहां कई परिचय पत्र भी मिले थे। फरार लोगों को पकडऩे के लिए ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। सीबीआई के एक आला अधिकारी ने पहचान नहीं बताने की शर्त पर कहा कि ब्रजेश के तीन बड़े राजदार बड़े खुलासे कर सकते हैं। इनमें सहयोगी मधु, सुमन शाही और सीबीडब्लूसी अध्यक्ष दिलीप वर्मा के नाम हैं। तीनों ही फरार हैं इनकी तलाश की जा रही है।
सीबीआई के रडार पर दोनों पूर्व मंत्री
इधर इस मामले में जदयू के नेताओं के कनेक्शन सामने आने के बाद सीबीआई जांच की सूई उनकी और भी घूम गई है। ब्रजेश ठाकुर से अपने पति के संपर्क के उजागर होने के बाद अपने पद से इस्तीफा देने वाली पूर्व समाज कल्याण विभाग मंत्री मंजू वर्मा के घर भी सीबीआई ने छापेमारी की थी जहां से उन्हें 50 जिंदा कारतूस मिले थे जिसके बाद मंजू वर्मा व उनके पति पति चंद्रशेखर वर्मा के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज किया गया। वहीं अब सीबीआई बिहार के पूर्व समाज कल्याण विभाग मंत्री दामोदर रावत के कार्यालय की जांच भी करने वाली है।