भीड़ लग गई
घर के बाहर इस अजूबे को देखने के लिए भीड़ एकत्रित हो गई। मिश्रा परिवार की तो जान पर बन आई और लोग हैं कि बातें बनाने में पीछे नहीं रहे। कोई सावन में नाग नागिन मिलने पर पूजा की बात करने लगा तो कोई इसे शुभ मानकर खुशी मनाने की बात कहने लगा। इन सब बातों को दरकिनार कर मिश्रा परिवार ने वन विभाग को सूचना दी।
वन विभाग नागिन, बच्चों ले गया
सूचना पाकर वन विभाग के पूर्वी जोन ऑफिसर उपेंद्र सिंह पहुंचे और घेरकर रखे गए सांप और उसके 24 बच्चों को सुरक्षित ले गए। उपेंद्र सिंह ने बताया कि नागिन के बिल में बारिश का पानी घुस गया है। पानी घुस जाने से सांप सपरिवार सुरक्षित घर में डेरा डाल गया था। बरसातों में यह सामान्य प्रक्रिया है कि सांप बिल में पानी भर जाने पर सुरक्षित स्थानों की तलाश में इधर-उधर डेरा जाम लेते हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इतनी तादाद में नागिन और उसके बच्चों के मिलने से सभी घरों में दहशत फ़ैल गई थी। सांप और सपेलों को जंगल में छोड़ दिया गया।
पानी से सांप परेशान
स्थानीय निवासी संतोष चौधरी की मानें तो इलाके में बगल से रेलवे लाइन गई है। उसके नीचे नाला है। बारिश के पूर्व नाले की सफाई नहीं की गई। इससे पूरे क्षेत्र में पानी भर गया है। बारिश का पानी भर जाने से नारकीय स्थिति बन गई है। नगर निगम कुछ सुनने को तैयार नहीं। रतन सिंह के अनुसार पूरे इलाके में हालत खराब है। कोरोना संक्रमण के दौर में जलजमाव से हालत बिगड़ गई है। सरकार यदि कुछ ध्यान नहीं देती तो हर घर में बीमारी,और नाग नागिन का डेरा बन जाएगा।