नागौर. राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की चक्काजाम हड़ताल पांचवें दिन शुक्रवार को भी जारी रही। कर्मचारियों की इस हड़ताल के कारण अब हालात बिगड़े नजर आ रहे है। जिला मुख्यालय के केन्द्रीय बस स्टैंड सहित कुचामन, मकराना, डीडवाना एवं मेड़ता आदि क्षेत्रों के बस स्टैंडों पर भटकते यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस दौरान धरना स्थल पर पहुंचे नगरपरिषद सभापति कृपाराम सोलंकी एवं पूर्व डीआईजी सवाईसिंह चौधरी ने हड़ताली कर्मियों को समर्थन देते उनकी मांगों को न्यायोचित ठहराया।
48 लाख का राजस्व घाटा रोडवेज कर्मचारियों की चक्काजाम हड़ताल की वजह से शुक्रवार को भी बसों का संचालन नहीं होने से यात्री हैरान-परेशान भटकते रहे। हड़ताल के कारण अकेले नागौर आगार को केवल 48 लाख का राजस्व घाटा पहुंचा है। जिले के अन्य स्टैंडों के आंकड़े जोडऩे पर यह राशि का आंकड़ा तीन से चार गुना ज्यादा पहुंच जाता है। सुबह करीब करीब दस बजे कुछ यात्री बस स्टैंड पहुंचे तो पता चला हड़ताल के कारण रोडवेज बसें नहीं चलेंगी। इस पर वह प्रशासन को कोसते रहे। हड़ताल से परेशान यात्रियों का कहना था कि आखिरकार कब चलेंगी रोडवेज की बसें।