जहरीला दाना डालकर शिकार करने की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कर शिकारियों को गिरफ्तार करने के मामले की पूरी जांच करवाने की मांग की। मौके पर पहुंचे वन विभाग मेड़ता सिटी के रेंजर मुकेश कुमार सलवान, वन विभाग के वनरक्षक छोटूराम, बुद्धाराम, लालसिंह सहित टीम ने मौके पर घायल मोरों का उपचार करवाया। वहीं मृत मोरों का पोस्टमार्टम पशु अस्पताल में करवा कर दूर कहीं खड्डे खोद कर उसमें दफ नाया गया। वन विभाग में अज्ञात शिकारियों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है। उसकी भी जांच की जाएगी और वन विभाग की टीम पूरे मामले को लेकर सघन जांच में जुटी हुई है। जांच के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा। कि आखिर कैसे, शिकारियों ने जहरीला दाना डालकर और क्यों पक्षियों को शिकार बनाया है।
इसके बाद ग्रामीणों ने एकत्रित होकर राजकीय अस्पताल डेगाना में भी पहुंचे। मौके पर ही चिकित्सकों से मृतकों का पोस्टमार्टम भी करवाया। मौके पर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. जगशेर खान ने बताया कि मृत मोरों का पोस्टमार्टम किया गया है और जो भी जांच में आएगा उसकी तुरंत रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
पक्षियों व वन्यजीवों का शिकार
ग्रामीणों ने बताया कि डेगाना सहित आसपास के क्षेत्र में आए दिन पक्षियों को जहरीला दाना डाल कर शिकारी शिकार बनाते हैं। तो कई बार आसपास के क्षेत्र में वन्य जीव नीलगाय, खरगोश, तीतर सहित कई प्रकार के वन्यजीवों का भी शिकार की घटनाएं होती रहती है। इसको लेकर वन विभाग पुलिस प्रशासन को सक्रिय होने की जरूरत है। शिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो वह कानून के शिकंजे में इनको लिया जाए। तब जाकर घटनाओं पर रोक लगेगी। इसको लेकर लोगों ने भी कड़ा आक्रोश जताते हुए खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। जांच की भी मांग की गई है। युवा नेता बंसीलाल चोयल ने पूरे मामले को लेकर कड़ा आक्रोश भी जताते हुए इस मामले की पूरी जांच की मांग भी की है इस तरह इतने सारे बड़ी संख्या में राष्ट्रीय पक्षी मोर सहित कई पक्षियों को जहरीला दाना डालकर शिकार बनाने के मामले की पूरी जांच गंभीरता से होनी चाहिए।