नामांकन दाखिल कराने के दौरान भी कांग्रेस से जुड़े लोग साथ में थे। यह दांव एनडीए के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल को घेरने के लिए था, क्योंकि विधानसभा चुनाव में आरएलपी का चुनाव चिह्ल बोतल था और इस बार यह चिह्न राष्ट्रीय पॉवर पार्टी को मिला है। अब यह दांव इस कारण उल्टा पड़ता दिख रहा है क्योंकि बोतल चुनाव चिह्न वाले प्रत्याशी हनुमानराम के भाई ने जोधपुर जिले के देचू थाने में पेश होकर अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया है। प्रत्याशी के भाई ने रिपोर्ट में बताया कि 18 अप्रेल को सिद्धार्थ चौधरी, एडवोकेट राधेश्याम सांगवा व तीन अन्य लोग उसके भाई हनुमानराम का अपहरण कर ले गए। देचू पुलिस अब इस मामले की जांच में जुट गई है।
गौरतलब है कि जिस सिद्धार्थ चौधरी व एडवोकेट राधेश्याम सांगवा पर अपहरण का आरोप हैं वे दोनों ही हनुमानराम के नामांकन दाखिल करने के दौरान नागौर जिला निर्वाचन अधिकारी के सामने मौजूद थे। सिद्धार्थ चौधरी कांग्रेस नेता व पूर्व डीआईजी सवाई सिंह चौधरी के पुत्र हैं वही राधेश्याम सांगवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष है। बोतल का चुनाव चिह्न विधानसभा चुनाव में आरएलपी के पास था और इस बार यह चुनाव चिह्न राष्ट्रीय पावर पार्टी के पास है। आरएलपी को लोकसभा चुनाव में चुनाव चिह्न टायर्स मिला है।