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नागौर

Rajasthan News: जीरा फिर उड़ा रहा किसानों की नींद- औंधे मुंह गिर रही कीमतें, जानें कहां तक लुढ़के भाव

Farmer News: कृषि उपज मंडी में नए सीजन की जीरा फसल की आवक होने लगी है। लेकिन दो- तीन दिन के अंतराल में सात से आठ हजार रुपए प्रति क्विंटल तक गिरे भावों ने काश्तकारों को मायूस कर दिया है।

नागौरMar 19, 2024 / 02:53 pm

Omprakash Dhaka

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Nagaur News: कृषि उपज मंडी में नए सीजन की जीरा फसल की आवक होने लगी है। लेकिन दो- तीन दिन के अंतराल में सात से आठ हजार रुपए प्रति क्विंटल तक गिरे भावों ने काश्तकारों को मायूस कर दिया है। सीजन की शुरुआत में फटका लगने के बाद काश्तकारों को भाव बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन बाजार का रूख बता रहा है कि इस माह जीरे का भाव बढऩे की उम्मीद कम है। गत वर्ष जीरे का प्रति क्विंटल भाव 60 हजार के अधिकतम भावों पर पहुंच गया था। ऐसे में जीरा बुआई का एरिया तो बढ़ा, लेकिन मंडी में सीजन के शुरुआती तीन दिनों में गिरे भावों ने उनको चिंतित कर दिया है।

 

कृषि उपज मंडी का कारोबार वर्ष 2023 में जीरा के कारण काफी चर्चा में रहा। अन्य जिंसों की आवक कम होने से जहां व्यापारिक मंंदी के चलते पिछले साल सीजन के बाद मायूसी थी, वहीं जीरे की आवक ने मंडी के कारोबार में गर्मी लाई थी। 30 हजार प्रति क्विंटल से शुरू हुआ जीरा नागौर कृषि उपज मंडी में 60 हजार प्रति क्विंटल की दर पर बिकने से जीरा के किसान मालामाल हो गए थे। इसके चलते काश्तकारों ने पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष 7 हजार 173 हेक्टेयर एरिया में ज्यादा बुआई कर दी। यानि की इस बार सीजन में जीरे के उत्पादन की स्थिति बेहतर रही है।

 


सीजन के पहले दिन 35 हजार से 31 हजार में बिका था जीरा
तीन दिन पहले सीजन की पहली फसल लेकर काश्तकार मंडी पहुंचे तो जीरा 31 हजार प्रति क्विंटल से लेकर 35-36 हजार प्रति क्विंटल तक बिका था। पहले दिन ही बेहतर भाव मिलने पर उत्साहित किसानों से जानकारी मिलने पर पहुंचे दूसरे और तीसरे दिन भी काश्तकारों को जीरे के भाव अच्छे मिले, लेकिन इसके बाद भाव में पांच से सात हजार रुपए प्रतिक्विटंल तक की एकायक कमी आ गई। भाव 20 हजार प्रति क्विंटल से लेकर 27 हजार प्रति क्विंटल तक पहुंच गया। यानि की काश्तकारों को अधिकतम दर पर सीधा आठ हजार का नुकसान हो रहा है।

 

सोमवार को भी 27 हजार पर बिका जीरा
मंडी में सोमवार को जीरे की करीब चार हजार बोरी आई। काश्तकारों ने अधिकतम 27 हजार रुपए प्रति क्विंटल और न्यूनतम 20 हजार प्रति क्विंटल की दर पर जीरा बेचना पड़ा। जीरे का भाव अपेक्षा से भी काफी कम मिलने पर किसान मायूस नजर आए।

 

व्यापारी बोले, अभी नहीं बढ़ेंगे भाव
नए सीजन की फसल में जीरा आ तो गया है, लेकिन अचानक भावों में कमी आई है। अभी ताजा जीरा है, इसमें नमी भी है, लेकिन यही अगले माह जरूर बेहतर दर पर बिक सकता है। हालांकि इस बार जीरे का उत्पादन पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा रहा है इसका भी असर पड़ेगा।
– बनवारीलाल अग्रवाल, जिला अध्यक्ष लघु उद्योग भारती, नागौर

 

नए जीरा की आवक होने के बाद तीन दिन तक तो स्थिति काफी बेहतर रही है, अचानक भाव गिर गए। जीरा आवक की मात्रा बढऩे के साथ इस माह जीरे के भाव में कोई उछाल आने की उम्मीद तो नहीं है।
– रामेश्वर सारस्वत, व्यापारी, कृषि उपज मंडी

 

काश्तकार बोले: बेहतर भाव मिलने की थी उम्मीद
जीरा की उपज लेकर मंडी आया था। पिछले साल जीरा को लेकर मंडी का बाजार गर्म रहा। इस बार भी यही उम्मीद थी, लेकिन भाव अचानक गिर गए। ऐसा नहीं होना चाहिए था। पता नहीं क्यों, बाजार दर पर इसके भाव क्यों गिर गए।
– निंबाराम, किसान, आंकला

 

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जीरा की बुआई इस बार खेत में ज्यादा एरिया में की थी तो उत्पादन भी बेहतर हो गया, लेकिन कृषि मंडी आने के बाद अब अचानक से पांच से सात हजार प्रति क्विंटल कम की दर पर जीरा बेचना पड़ा।
– लिखमाराम, किसान, बांसड़ा

 

जीरा की उपज के लिए खेत में काफी मेहनत करनी पड़ती है। इसके रखरखाव पर भी काफी ध्यान देना पड़ता है। मंडी पहुंचा तो जीरा का गिरा हुआ भाव देखकर उम्मीद पर ही पानी फिर गया। बाजार पता नहीं कैसे मंदा हो गया।
– जगदीश किसान, इनाणा

 

पिछले साल जीरा की उपज प्रति क्विंटल अधिकतम 60 हजार रुपए पर बिकी थी। यही सोचकर जीरा की बुआई का एरिया बढ़ा दिया था। अब खेत में फसल तैयार हुई, और लेकर पहुंचा तो फिर काफी कम दर पर जीरा बेचना पड़ा।
– भेराराम, किसान, थिरोद


एक नजर जीरा बुआई पर

वर्ष 2022-23 में 46791 हेक्टेयर एरिया

वर्ष 2023-24 में 53970 हेक्टेयर एरिया

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