आजकल पेटीएम से लोगों के पास मैसेज आ रहे हैं कि आपकी केवाईसी खत्म हो रही है। 24 घंटे में पेटीएम बंद हो जाएगा। चालू रखने के लिए किसी मोबाइल नम्बर पर बात करने के लिए कहा जाता है। इसके बाद ठग आपके मोबाइल पर प्ले स्टोर से कोई एप इंस्टॉल करने के लिए कहता है। एप इंस्टॉल करने से मोबाइल हैक कर लिया जाता है, ताकि खाते से रुपए निकाल सकें। इसलिए किसी अनजान व्यक्ति को कोई ओटीपी नहीं बताएं। न ही किसी के कहने पर कोई एप अपने मोबाइल पर इंस्टॉल करें।
आइवीआर यानी इंटरेक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स एक ऐसी स्वचालित टेलीफोन प्रणाली है, जिसमें यूजर के की-पेड से नम्बर एंटर करवाकर उसको प्रोसेस किया जाता है। जब भी हम किसी भी टेलीकॉम ऑपरेटर के कॉलसेंटर पर कॉल करते हैं तो वो हमारी च्वॉइस आइवीआर सिस्टम में लेकर उसको प्रोसेस करते हैं।
फोन के की-पेड पर मौजूद हर नम्बर की एक विशेष टोन होती है, जिसे ड्यूल टोन मल्टी फ्रिक्वेंसी अर्थात डीटीएमएफ सिग्नल्स कहते हैं। आइवीआर सिस्टम इन्हीं सिग्नल्स को डिकोड कर नम्बर का पता लगाता है।
ऑनलाइन ठगी किसी भी प्रकार से हो, चाहे बैंक का अधिकारी बन कर, एटीएम ब्लॉक होने के सम्बन्ध में कॉल करने, एलआईसी एजेंट बनकर कॉल करने, आपकी पॉलिसी के सम्बन्ध में ज्यादा पैसे देने को लेकर कॉल करने अथवा ओएलएक्स पर सस्ते दामों पर सामान बेचने का झांसा दिया जाए, इन सभी ठगों द्वारा मुख्य रूप से इंसान के अंदर के डर अथवा लालच को इस्तेमाल कर शोषण किया जाता है। अत: किसी भी कॉल, मेल या संदेश पर अपनी बैंक की जानकारी अथवा अनजान लोगों द्वारा लालच देने पर किसी के भी बैंक खाते में पैसा आदि जमा न कराएं।
– डॉ. विकास पाठक, पुलिस अधीक्षक, नागौर