चिंता की बात यह है कि अस्पताल के जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण कोविड-19 वार्ड से निकलने वाला बायो मेडिकल वेस्ट (कचरा) सफाई कर्मचारी मोर्चरी के पास डाल रहे हैं, जिससे मोर्चरी के पास आने वाले लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। हालांकि जिम्मेदारों का कहना है कि बायो मेडिकल वेस्ट सम्बन्धित ठेकेदार द्वारा उठाया जा रहा है, लेकिन मौके के हालात बता रहे हैं कि पिछले पिछले काफी दिन से बायो मेडिकल वेस्ट यहीं डाला जा रहा है।
अब तो एक किमी दूर प्लांट, फिर लापरवाही क्यों?
गौरतलब है कि बालवा रोड स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पास करीब 2 करोड़ की लागत से बनाए गए बायोवेस्ट प्लांट में गत वर्ष कचरा निस्तारण का काम शुरू कर दिया था। यह प्लांट जेएलएन अस्पताल से एक किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है, इसके बावजूद जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल का बायो मेडिकल वेस्ट यदि खुले में फैंका जा रहा है, जिसका कारण समझ से परे है। नागौर में सबसे ज्यादा परेशानी बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण को लेकर थी, जिसको देखते हुए करीब चार साल पहले नगर परिषद ने बीकानेर की फर्म को 2 करोड़ में बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करने के लिए प्लांट बनाने का ठेका दिया था। यह प्लांट गत वर्ष शुरू भी कर दिया गया, इसके बावजूद जाएगा।
गौरतलब है कि बालवा रोड स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पास करीब 2 करोड़ की लागत से बनाए गए बायोवेस्ट प्लांट में गत वर्ष कचरा निस्तारण का काम शुरू कर दिया था। यह प्लांट जेएलएन अस्पताल से एक किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है, इसके बावजूद जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल का बायो मेडिकल वेस्ट यदि खुले में फैंका जा रहा है, जिसका कारण समझ से परे है। नागौर में सबसे ज्यादा परेशानी बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण को लेकर थी, जिसको देखते हुए करीब चार साल पहले नगर परिषद ने बीकानेर की फर्म को 2 करोड़ में बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करने के लिए प्लांट बनाने का ठेका दिया था। यह प्लांट गत वर्ष शुरू भी कर दिया गया, इसके बावजूद जाएगा।
पीएमओ को पाबंद करेंगे
अस्पताल का बायो मेडिकल वेस्ट खुले में नहीं फेंके, इसको लेकर अस्पताल के पीएमओ को पाबंद करेंगे। बार-बार कहने के बावजूद अस्पताल परिसर में कचरा डालने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
– मनोज कुमार, एडीएम, नागौर
अस्पताल का बायो मेडिकल वेस्ट खुले में नहीं फेंके, इसको लेकर अस्पताल के पीएमओ को पाबंद करेंगे। बार-बार कहने के बावजूद अस्पताल परिसर में कचरा डालने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
– मनोज कुमार, एडीएम, नागौर