विद्यालयों को शाला दर्शन एवं शाला दर्पण पर रिपोर्ट करने के निर्देश
नागौर•Jun 25, 2018 / 11:46 am•
Sharad Shukla
Guinani school again operated in single innings
नागौर. शिक्षण संस्थानों को अपने-अपने विद्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था का ब्यौरा देना होगा। उनकी ओर से बच्चों की सुरक्षा के लिए उठाए गए प्रभावी कदम के साथ ही पूरी सुरक्षा योजना शिक्षा विभाग को बतानी होगी। ऐसा नहीं किए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इस संबंध में जिला शिक्षाधिकारी ने संस्था प्रधानों को निर्देश भेजे हैं। अभिभावकों के लिए यह खुशी की बात है, कि बच्चों की सुरक्षा के लिए अब उन्हें परेशान नहीं होना होगा। सभी शिक्षण संस्थानों को विद्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करनी होगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि देश के विभिन्न भागों में बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था में खामियां होने के साथ ही लापरवाही बरते जाने से हुई घटनाओं पर उच्चतम न्यायालय ने चिंता जताई थी। इसके साथ ही विद्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने पर नाराजगी भी व्यक्त की थी। इसी को ध्यान में रखते हुए निदेशालय ने सुरक्षा योजना का विवरण शाला दर्शन एवं शाला दर्पण पर अंकित किए जाने के निर्देश दिए हैं।
विद्यालयों के संचालकों को यह बताना होगा कि मुख्य द्वार से सारे परिसर में चारदीवारी स्तर तक की क्या सुरक्षा योजना है। यही नहीं, विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं या नहीं, और लगे तो कितने और विद्यालय में कहां-कहां लगाए गए हैं। बालवाहिनी निर्धारित मापदंड के अनुसार है कि नहीं, बच्चों की संख्या क्या है, आग की घटनाओं से भी बचाव के लिए क्या इंतजाम हैं, आपातकालीन स्थिति में स्कूलों के प्रवेशद्वार की स्थिति क्या है, आदि की विस्तार से जानकारी देनी होगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट मिलने के बाद निदेशालय अपने स्तर पर विद्यालयों की सुरक्षा योजना की जांच कराएगा। जांच में पोर्टल पर अंकित रिपोर्ट से मिलान नहीं होने की स्थिति में विभाग को भ्रमित करने की कोशिश मानते हुए कार्रवाई होगी।
इनका कहना
&शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों को निदेशालय के निर्देश दिए जा चुके हैं। सभी को इसकी पालना यथाशीघ्र करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
ब्रह्माराम चौधरी, जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक नागौर