अभी दीपावली त्योहारी सीजन में बाजार से लेकर सार्वजनिक स्थलों पर अच्छी भीड़ रही। इनमें कई लोग मास्क पहने रहे तो कई लोग बगैर मास्क ही घूमते रहे। इस तरह के लोगों पर रोक लगाने के उद्देश्य से कोई खास काम नहीं हो पाया। ऐसे में भीड़ भरे स्थानों पर भी लोग बिना मास्क ही भ्रमण करते नजर आए।
बिना मास्क घूमने वाले लोगों पर कार्रवाई के निर्देश भी है, लेकिन नगर परिषद की ओर से सख्ती नहीं बरती जा रही। पिछले डेढ़ माह में इस तरह के केवल पच्चीस चालान ही कटे हैं। कार्रवाई के आंकड़े देखे जाए तो सारी व्यवस्था चाक-चौबंद ही नजर आती है। डेढ़ माह में केवल पच्चीस मामले मिलना यही दर्शाता है कि ऐसा कुछ है ही नहीं। जबकि, हकीकत कुछ और ही है। यहां हर पांचवां व्यक्ति बिना मास्क घूमते नजर आ रहा है।
नगर परिषद आयुक्त की ओर से हाल ही में सफाई निरीक्षकों को भी इस सम्बंध में निर्देश जारी किए गए थे। आयुक्त ने चालान काटने में ढिलाई पर नोटिस जारी करने की भी चेतावनी दी थी। कार्रवाई करते हुए चालान की संख्या बढ़ाने को निर्देशित किया गया, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा। वैसे आयुक्त ने भी इस तरह के निर्देश ही जारी किए, इस पर न तो सख्त मॉनिटरिंग रखी और न चालान की संख्या बढ़ पाई।
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। गत डेढ़ माह में बिना मास्क घूमते मिले 25 लोगों के चालान काटे गए हैंं। मास्क बांटने का काम भी चल रहा है।
– जयसिंह राठौड़, अभियान प्रभारी, नगर परिषद, नागौर