मुल्तानी समाज के निकाह सम्मेलन में 20 जोड़ों का निकाह हुआ, गणमान्यों ने दिया आशीर्वाद
नागौर•Jan 02, 2019 / 12:53 pm•
Sharad Shukla
Confession is with the promise of walking on the path of life
नागौर. पुरा मुल्तानी आहनगरान सोसिशयल सोसायटी की ओर से मुल्तानी समाज के निकाह सम्मेलन में 20 जोड़ों का निकाह किदवई कॉलोनी स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के मैदान में हुआ। सुबह करीब नौ बजे लोहारपुरा तोपचौक में दुल्हे बारात के साथ एकत्रित हुए। इसके बाद बारात माही दरवाजा से होते हुए बड़ी दरगाह पहुंची। यहां पर रस्मी अदायगी के बाद विभिन्न मार्गो से होते हुए किदवई कॉलोनी स्थित बालिका विद्यालय पहुंची। स्टेज पर एक ओर दुल्हे एवं दूसरी ओर दुल्हनों को बैठाया गया। निकाह की रस्म कबूल के साथ संपन्न हुई। निकाह की रस्म शहर काजी मेराज उस्मानी की अगुवाई में हुर्ई। सोसायटी के अध्यक्ष हाजी अब्दुल रऊफ निकाह पढ़ाने में मौलाना इंतिखाब आलम, काजी साद्विक हुसैन, मौलाना मुज्जफर हुसैन, मौलाना मईनुद्दीन का भी सहयोग रहा। सगुन के तौर पर दुल्हन को कुरआन शरीफ दी गई।
इन्होंने दिया आशीर्वाद
खजांची, हाजी मोहम्मद हारून ने बताया कि समारोह में आए पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान, सभापति कृपाराम सोलंकी, अरबन कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष जीवनमल भाटी, उप सभापति इस्लामुद्दीन, पूर्व नगर पालिका चैयरमैनर श्यामलाल जांगिड़, मोहम्मद जाविद गौरी, अब्दुल राषिद खान, तबरेज खान, पूर्व कुम्हारी सरपंच हाजी खुर्षीद अहमद, खलील चौधरी, शमषाद रांझेवाले, महिला एवं बाल विकास के उप निदेषक दुर्गसिंह उदावत ने भी दुल्हा-दुल्हनों के सुखमय भविष्य की कामना की।
बारात को देखने के लिए उमड़ी भीड़
बीस दुल्हों की सुबह करीब नौ बजे लोहारपुरा तोपचौक से बारात निकली तो इसे देखने के लिए सडक़ों पर दोनों ओर लोगों की भीड़ लगी रही। सह सचिव हाजी मईनुद्वीन ढ़ालवाले ने बताया कि ं निकाह की रस्म के बाद दावते वलीमा का आयोजन हुआ। खाने के लिए पुरूषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग बैठने की व्यवस्था की गई थी। खाना परोसने में करीब 500 रजाकारों ने सहायता की।
हर्ष के साथ आंसु भी
शाम को दुल्हनों की विदाई की घडी आई तो परिजनों की आंखों में खुशी के आंसु नजर आए। बचपन से पली और, अब शौहर के घर विदा होने के दौरान कइयों की आंखें गीली नजर आई। इस दौरान चारों ओर माहौल खुशनुमा बना रहा।
इनका रहा सहयोग
सामूहिक विवाह समारोह को सफल बनाने में हाजी मोहम्मद अयुब, इमामुद्वीन बसीवाले, अब्दुल गफुर, हाजी जफर हुसैन, मास्टर खुर्षीद मुबारक मुल्तानी, मोहम्मद इब्राहिम भट्टी, अख्तर हुसैन गन्नी, हाजी सराफत हुसैन पहलवान, अब्दुल वहिद मुल्तानी, जमषीद अली, खलील अहमद चौधरी, साद्वीक हुसैन, मकबूल अहमद भट्टी, जुल्फीकार अली लजवान, मोहम्मद नासिर लजवान, मोहम्मद याकूब लदावत, जमील अहमद और मोहम्मद इमरान आदि का सहयोग रहा।