भाजपा ने संकल्प पत्र में किसानों को 24 घंटे बिजली देने की बात कही थी, लेकिन आज जनता व किसान बिजली कटौती की मार झेल रहे हैं। प्रदेश में 11 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत है, हम साढ़े 12 हजार मेगावाट उत्पादन तक के थर्मल पावर बनाकर गए थे। आज सरकार उन थर्मल पॉवर को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रही है।
शिक्षा के क्षेत्र में स्कूलें पीपीपी मोड पर दी जा रही है। गांवों में स्कूलों के ताले लग रहे हैं। सरकार का कोई भी नुमाइंदा लोगों की भावनाओं को नहीं समझ रहा है। इन्होंने कहा हम 15 लाख नौकरियां देंगे। नौकरियां तो दूर की बात गांव-ढाणियों की करीब 27 हजार स्कूलें बंद कर 36 हजार विद्यार्थी मित्रों को हटा दिया। स्कूलों में टीचर नहीं है। शिक्षकों के 87 हजार पद 27 हजार स्कूल बंद करके हटा दिए।
सरकार अपना दायित्व भूल गई है। सरकार भ्रष्टाचार में डूब जनता के पैसे पानी की तरह डकार रही है। 45 हजार करोड़ रुपए का माइनिंग घोटाला किया। गांवों में पीने का पानी नहीं है। सडक़ें टूटी हुई है। कानून व्यवस्था खराब है। आम आदमी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। उन्होंने तीसरे मोर्चे की बात को नकारते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस व भाजपा दो ही पार्टियां है। तीसरे फ्रंट का कही कोई वजूद नहीं है।
इस दौरान पूर्व विधायक मांगीलाल डांगा, रामचंद्र जारोड़ा, जिलाध्यक्ष रहे जगदीशनारायण शर्मा, पालिकाध्यक्ष रूस्तम प्रिंस, उपाध्यक्ष रामसुख मुंशी, पूर्व पालिकाध्यक्ष गौतम टाक, श्यामसुंदर सोमाणी, नंदकुमार अग्रवाल, सीताराम मेघवाल, लक्ष्मणराम कलरू, अनिल डांगा, बंशीलाल धांधलास, नंदाराम मेहरिया, शिव सिंह रासलियावास, सुरेंद्र बापेडिय़ा सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रतिपक्ष नेता डूडी तथा पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ का स्वागत किया।