गौरतलब है कि नागौर जिले में इस कार्यक्रम के तहत ईनाणा को आदर्श ग्राम के रूप में चयनित किया गया है। जिसके तहत ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग 17 सूत्री कार्यक्रम की क्रियान्वित करते हुए आदर्श ग्राम की संकल्पना को साकार किया जाएगा। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने आदर्श ग्राम के तहत होने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पूर्व सरपंच ओमप्रकाश ईनाणियां ने गांव में सामाजिक समरसता, भाईचारे, पर्यावरण, जल संरक्षण, सहित कई मुद्दों पर हुए विकास कार्यों से अवगत कराते हुए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में नागौर उपखंड अधिकारी दीपांशु सांगवान, मूण्डवा पंचायत समिति के विकास अधिकारी मनवीर सिंह बेनीवाल, अम्बुजा सीमेंट लिमिटेड मूण्डवा के यूनिट हैड ऋषिकुमार जोशी, मूण्डवा बीसीएमओ डॉ. राजेश बुगासरा, मूण्डवा वृताधिकारी लोकेश मीणा, पीडब्ल्यूडी के एसी डी.के. राड़, दी नागौर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के एमडी पीपी चौधरी, डिस्कॉम के एक्सईएन गुप्ता, ईनाणा पीएचसी के डॉक्टर केसर सिंह, अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन के कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत रंगा सहित अधिकारी, स्कूली बच्चे, मौजीज नागरिकगण तथा युवा भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
ईनाणा को मिली एक नई पहचान
सकारात्मक सामाजिक निर्णयों एवं नवाचारों के पहचान रखने वाले ईनाणा गांव को एक नयी पहचान मिली है। राज्य सरकार ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के कार्यक्रमों के तहत सभी 33 जिलों में एक एक आदर्श ग्राम बनाने का लक्ष्य रखा है।
सकारात्मक सामाजिक निर्णयों एवं नवाचारों के पहचान रखने वाले ईनाणा गांव को एक नयी पहचान मिली है। राज्य सरकार ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के कार्यक्रमों के तहत सभी 33 जिलों में एक एक आदर्श ग्राम बनाने का लक्ष्य रखा है।
सत्रह सूत्रीय कार्यक्रम
इसके तहत 17 सूत्री कार्यक्रम गांव के सर्वांगीण विकास के लिए तय किए गए हैं। जिसमें परिवार कल्याण, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के साथ-साथ नवजात एवं शिशुओं के स्वास्थ्य के तहत सुपोषण, टीकाकरण, नशामुक्त समाज, शिक्षा के क्षेत्र में शत-प्रतिशत नामांकन साथ में कौशल प्रशिक्षण, समाज में समानता का वातावरण, बालक-बालिकाओं एवं महिलाओं को गरिमामय समानता, प्राकृतिक संसाधनों एवं जैव विविधता का संरक्षण, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों की सुरक्षा एवं संरक्षण, सामाजिक सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास के लिए संसाधन उपलब्ध करवाना, योजनाओं का लाभ जरूरतमंद तक सबसे पहले पहुंचाना, रोजगार का सृजन करना, कृषि उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के प्रयास, गैर कृषि क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए स्वयं सहायता समूह को वित्तीय सहायता, सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाली गतिविधियां, सामूहिक मासिक श्रमदान, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस एवं आत्मा गांधी जयंती का आयोजन सद्भावना विकसित करने के लिए करना तथा प्रतिवर्ष 14 नवंबर को मेरा गांव मेरा गौरव दिवस का आयोजन करना। जिसके तहत श्रमदान, खेलकूद प्रतियोगिताएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। आदर्श ग्राम के लिए जिला कलेक्टर पदेन संरक्षक होंगे तथा उपखंड अधिकारी उप संरक्षक। इसके साथ ही अन्य अधिकारियों के साथ समन्वय करके मासिक प्रगति की समीक्षा भी होगी।
इसके तहत 17 सूत्री कार्यक्रम गांव के सर्वांगीण विकास के लिए तय किए गए हैं। जिसमें परिवार कल्याण, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के साथ-साथ नवजात एवं शिशुओं के स्वास्थ्य के तहत सुपोषण, टीकाकरण, नशामुक्त समाज, शिक्षा के क्षेत्र में शत-प्रतिशत नामांकन साथ में कौशल प्रशिक्षण, समाज में समानता का वातावरण, बालक-बालिकाओं एवं महिलाओं को गरिमामय समानता, प्राकृतिक संसाधनों एवं जैव विविधता का संरक्षण, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों की सुरक्षा एवं संरक्षण, सामाजिक सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास के लिए संसाधन उपलब्ध करवाना, योजनाओं का लाभ जरूरतमंद तक सबसे पहले पहुंचाना, रोजगार का सृजन करना, कृषि उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के प्रयास, गैर कृषि क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए स्वयं सहायता समूह को वित्तीय सहायता, सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाली गतिविधियां, सामूहिक मासिक श्रमदान, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस एवं आत्मा गांधी जयंती का आयोजन सद्भावना विकसित करने के लिए करना तथा प्रतिवर्ष 14 नवंबर को मेरा गांव मेरा गौरव दिवस का आयोजन करना। जिसके तहत श्रमदान, खेलकूद प्रतियोगिताएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। आदर्श ग्राम के लिए जिला कलेक्टर पदेन संरक्षक होंगे तथा उपखंड अधिकारी उप संरक्षक। इसके साथ ही अन्य अधिकारियों के साथ समन्वय करके मासिक प्रगति की समीक्षा भी होगी।