बीआर मिर्धा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शंकरलाल जाखड़ ने कहा कि जिस प्रकार सफाई कर्मचारियों द्वारा शहर की नियमित सफाई की जाती है, उसी प्रकार हमें भी योग व व्यायाम से अपने शरीर की सफाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राणायाम सहित श्वास के योग से शरीर की नलियों की सफाई होती है, जो हमें रोग मुक्त बनाती हैं। शिविर में संस्कार एकेडमी के विद्यार्थियों के साथ स्थानीय कॉलोनी निवासी कानाराम मंडा, लालसिंह डूकिया, तुलसीराम फिड़ौदा, मनोज चौधरी, खींवराज टाक, नरेन्द्रसिंह सैनी, राहुल, दिनेश, दानाराम सारण, सुमेर चौधरी, नरसीराम, इंद्रमल प्रजापत आदि ने भाग लिया।
शिविर में शनिवार सुबह योग शिविर के बाद मौसमी बीमारियां, डेंगू, स्वाइन फ्लू एवं चिकनगुनिया आदि घातक रोगों की रोकथाम के लिए आयुर्वेद विभाग की ओर से नि:शुल्क काढ़ा पिलाया गया। काढ़ा पीने के लिए दोपहर तक स्थानीय लोग पहुंचते रहे। चिकित्सा शिविर में चिकित्सकों को दिखाने आए मरीजों को भी काढ़ा पिलाया गया। शनिवार को आयोजित चिकित्सा शिविर में डॉ. ओमप्रकाश पूनिया एवं डॉ. हरेन्द्र भाकल ने मधुमेह, त्वचाविकार, अवसाद, हृदय रोग सहित बीमारियों से पीडि़त 70 मरीजों की जांच कर परामर्श व दवाइयां दी।
रविवार को शिविर के समापन के बाद हाउसिंग बोर्ड स्थित आयुर्वेद चिकित्सालय तथा ध्यान एवं प्राकृतिक चिकित्सा योग केन्द्र परिसर में श्रमदान किया जाएगा। शिविर में बीआर मिर्धा कॉलेज के एनएसएस के स्वयंसेवक एवं एनसीसी केडेट्स भाग लेंगे। साथ ही स्थानीय कॉलोनीवासी भी श्रमदान में भाग लेंगे। श्रमदान में भाग लेने वाले लोगों से आह्वान है कि वे अपने साथ औजार अवश्य लाएं।