Nagaur patrika-पहले दिन महज 10 प्रतिशत बच्चे पहुचे, अब औसत 45-55 प्रतिशत पहुचा-शिक्षा विभाग ने दिए निर्देश,अतिउत्साह में कोविड 19 की पालना न भूले शिक्षण संस्थानहर दिन स्कूल आने वाले बच्चों की मॉनिटरिंग के लिए बनी जिलास्तरीय टीम
नागौर•Jan 27, 2021 / 09:40 pm•
Sharad Shukla
Educational institutions started recovering from the tragedy of Corona, number of children coming to school increased
नागौर. दस माह बाद जिले में खुली सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के प्रति अब अभिभावकों के साथ ही बच्चों में भी जोश नजर आने लगा है। जिले में महज एक सप्ताह में ही स्कूल में आने वाले बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। कोरोना वैक्सीन आने के बाद अभिभावक भी कोरोना के हर खतरे से लडऩे को तैयार नजर आ रहे है। कक्षाओं में बच्चे भी अब अपने विषयों के साथ शिक्षकों से पढ़ते हुए नजर आने लगे हैं।
कोरोना संकट काल के कारण 18 मार्च से अन लॉक हुई स्कूलें पढ़ाई के लिए 18 जनवरी से फिर से खुल गई है। हालांकि स्कूलों में अभी कक्षा 9 वीं से 12 वीं के बच्चों की पढ़ाई ही हो रही है। शिक्षा विभाग ने हालांकि जिले में तीन हजार से ज्यादा स्कूलों में पढ़ाई के दौरान कोविड-19 की पालना पर नजर रखने के लिए ब्लॉकवार टीमें बना रखी है। फिर भी एहतियातन रोजाना रिपोर्ट मंगाई जा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पहले दिन तो महज 10 फीसदी ही बच्चे स्कूलों में पहुंचे थे, लेकिन अब चार से पांच गुना बढ़ गई है। जिले के कुचामन, मकराना, रियाबड़ी, खींवसर, जायल, मेड़ता, परबतसर, डीडवाना, डेगाना आदि क्षेत्रों से गत एक सप्ताह के दौरान बच्चों की संख्या विभाग के लिए उत्साहनजर है। अधिकारियों के अनुसार हालांकि फिलहाल अभी तो बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थियों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन अन्य कक्षाओं के बच्चों को भी कोविड-19 की पालना के तहत वर्कबुक के माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही है।
एक सप्ताह में तीन से चार गुना बढ़ गए बच्चें
18 जनवरी को पहले दिन स्कूलों में बच्चों की संख्या औसत से भी कम रही, लेकिन दूसरे से तीसरे दिन ही यह संख्या 30-35 प्रतिशत तक पहुंच गई। और अब यह संख्या 45-50 प्रतिशत तक पहुंच गई है। पिछले दो दिनों के अंतराल में ही बच्चों के आने की संख्या 10-.20 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है। स्कूल में कक्षाओं के संचालन अवधि के दौरान संबंधित सीबीईओ को भी इसकी मानीटरिंग करने के दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं। अब तक की मिली रिपोर्ट के अनुसार बच्चों की बढ़ती संख्या से अब लगने लगा है कि कोरोना से उपजी त्रासदी से अब हालात सामान्य होने लगे हैं। अधिकारियों के अनुसार पीटीएम के दौरान आशंका जताई जा रही थी की स्कूलें खुलने के बाद भी बच्चों की आवक कक्षा में कम रहेगी। इसके बाद बच्चों की संख्या बढ़ेगी या नहीं यह भी तय नहीं था, लेकिन स्कूल खुलने के सप्ताह भर की अवधि में बच्चों की संख्या बढऩे से शिक्षक खुश है
इनका कहना है…
स्कूल खुलने की सप्ताह भर की अवधि में बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ी है। बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले ज्यादातर बच्चे अब स्कूलों में आकर पढ़ाई कर रहे हैं। इस दौरान कोविड-19 की पालना का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
संपतराम, सीडीईओ समसा नागौर
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