ड्रग नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के अनुसार सूचना मिली थी कि कुचामनसिटी क्षेत्र में नकली दवाओं का कारोबार जोरों से चल रहा है। तस्दीक कराई गई तो पता चला कि कुचामनसिटी के सोनी मेडीकोज कुचामनसिटी एवं आस्था मेडिकोज कुचामनसिटी फर्म से नकली दवाओं की आपूर्ति की जा रही है। इसकी तस्दीक होने के बाद ड्रग निरीक्षक गोडवाल ने मय टीम शुक्रवार को एक-साथ दोनों ही फर्मों पर दबिश दी। फर्म में पहुंचते ही प्रवेश करने वाले रास्तों को बंद करने के साथ तलाशी लेनी शुरू कर दी। इस दौरान दल को देखते ही फर्म में काम कर रहे लोगों में अफरातफरी मच गई। सोनी मेडिकोज में मिली दवाओं की प्रारंभिक रासायनिक जांच की गई। ये पूरी तरह नकली पाई गई। इसके बाद वहां पर रखी सभी दवाओं को कब्जे में लेेकर उसे सीज कर दिया। इसी तरह से आस्था मेडिकोज कुचामनसिटी में भी दबिश के दौरान मिली दवाएं प्रारंभिक जांच में नकली साबित हुई। दोनों ही फर्मों में मिली दवाएं सीजकर मेडिकल अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया।
अभी इसकी भी जांच होगी
ड्रग विभाग के अनुसार फर्म संचालन करने वाले से अब तक नकली दवाओं आपूर्ति कहां-कहां की गई, कब से की जा रही थी, इस गोरखधंधे में और कौन-कौन शामिल है, दवाओं की मुख्य आपूर्ति कहां से होती रही है आदि बिंदु पर भी पड़ताल की जा रही है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इसमें यह भी पता लगाया जाएगा कि दवाओं की आपूर्ति में और भी मेडिकल के दुकानदारों की संलिप्तता तो नहीं रही।
मामला संवदेनशील हार्ट का निकला विभागीय जानकारों के अनुसार नकली दवाओं के कारोबार में मामला संवेदनशील हार्ट का निकला। पकड़ी गई दवाएं हार्ट का ब्लॉकेज खोलने के लिए प्रयुक्त की जाती है। ऐसे में निश्चित रूप से आपूर्ति होने के बाद दवाओं का प्रयुक्त करने वाले इन नकली दवाओं के धोखे का शिकार हुए होंगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तर से भी इस पर सघनता से पड़ताल किए जाने के निर्देश मिले हैं।
इनका कहना है…
कुचामनसिटी में सोनी मेडिकोज एवं आस्था मेडिकोज में हार्ट के ब्लॉकेज खोलने के लिए प्रयुक्त होने वाली नकली दवाएं मिली हैं। बरामद दवाएं सीज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
मनोज गोड़वाल, ड्रग निरीक्षक नागौर