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नागौर

अरे, यह क्या कर दिया स्वास्थ्य विभाग ने, अब क्या होगा इनका

आईसीडीएस के सर्वे में मिली जानकारी, अब तक डेढ़ लाख लड़कियों को नहीं दी जा सकी दवा, सर्वे के संदर्भ में मांगा मार्गदर्शन

नागौरMay 15, 2018 / 06:17 pm

Sharad Shukla

Nagaur patrika

Now children will not have to walk on thorns …!

नागौर. महिला एवं बाल विकास विभाग को 11 से लेकर 18 वर्ष तक की लड़कियों की तलाश कर आवश्यकतानुसार आयरन टेबलेट्स दिए जाने का जिम्मा तो सौंप दिया, लेकिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इसकी आपूर्ति करने से मना कर दिया। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि लगभग डेढ़ साल से स्वास्थ्य विभाग ने टेबलेट्स की आपूर्ति नहीं की। विभागीय अधिकारियों ने स्थानीय स्तर पर भी जिले के सीएमएचओ से मुलाकात कर इसके निराकरण के लिए आग्रह किया, लेकिन बात नहीं बनी। अधिकारियोंं का कहना है कि टेबलेट्स नहीं मिलने से वह सर्वे में मिली लगभग डेढ़ लाख लड़कियों को यह दवा नहीं दे सके। इससे हालात और ज्यादा बिगडऩे लगे हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की हठधर्मिता आयरन की कमी से पीडि़त बालिकाओं की सेहत के लिए खतरा बन गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के अनुसार 11 से 14 वर्ष एवं 14 से 18 साल तक की ड्राप आउट लड़कियों का सर्वे कर आवश्यकतानुसार आयरन टेबलेट्स दिए जाने के निर्देश मुख्यालय से मिले थे। पहले कुछ साल तक तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से टेबलेट्स की आपूर्ति उनके विभाग को की गई, लेकिन करीब डेढ़ साल से देना बंद कर दिया गया। टेबलेट्स नहीं मिलने के बाद भी मुख्यालय से सर्वे की रिपोर्ट प्रतिमाह मांगी जाती है। इससे विभाग के अधिकारियों की सर्वे कराना मजबूरी रहती है। टेबलेट्स नहीं मिलने से अब सर्वे करने में भी दिक्कतें होने लगी है। यही वजह रही कि डेढ़ साल से अब तक की समयावधि में लगभग डेढ़ लाख लड़कियां आयरन की कमी से पीडि़त मिली, लेकिन टेबलेट्स नहीं दी जा सकी। इस संबंध में पूर्व में मुख्यालय पत्र भेजकर सर्वे करने या नहीं करने के संदर्भ में मार्गदर्शन भी मांगा गया था। इसके बाद भी सर्वे रोकने के संदर्भ में कोई दिशा-निर्देश नहीं मिलने के कारण अभी भी सर्वे जारी रखना पड़ रहा है।
यहां पर आपूर्ति, आंगनबाड़ी को मनाही
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से यही टेबलेट़्स जिले के शिक्षण संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति की जाती है, लेकिन आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए आपूर्ति किए जाने से स्वास्थ्य विभाग मना कर देता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयरन टेबलेट्स पर्याप्त मात्रा में नहीं होने की बात कहकर हाथ खड़े कर दिए जाते हैं। यह दोहरा रवैया अपनाने की वजह से स्थिति विकट होने लगी है।
इनका कहना है...
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयरन टेबलेट्स की आपूर्ति नहीं होने से अब तक सर्वे में मिली करीब डेढ़ लाख लड़कियां इससे वंचित रह गई।
दुर्गासिंह उदावत, सीडीपीओ नागौर, ग्रामीण

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