करीब दो माह से बंद पड़ी बसों का संचालन शुरू होते ही यात्री भार मिलने से अधिकारी उत्साहित है। लिहाजा रोडवेज अधिकारियों ने बसों के प्रतिदिन फेरे भी बढ़ा दिए हैं, ताकि लोगों को सुविधा मिले और रोडवेज की आय में बढ़ोतरी हो सके। अन्य रूट्स पर भी बसें शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।
रोडवेज प्रबंधन ने बसें शुरू करने के लिए यात्रियों से ही सुझाव मांगे हैं। इसके तहत किसी रूट पर यात्रियों की पर्याप्त संख्या हो तो लिखित में प्रबंधन को बात पहुंचा सकते है। नए रूट व अतिरिक्त बस संचालन के सम्बंध में प्रस्ताव सीधे ही भेजे जा सकते हैं। इन पर जानकारी जुटाने के बाद नया रूट शुरू करने या प्रतिदिन का फेरा बढ़ाने को लेकर निर्णय किया जा सकेगा।
सुरक्षा के लिहाज से रोडवेज प्रबंधन पूरी सतर्कता बरत रहा है। बस स्टैंड सुबह ही सेनेटाइज कर दिए जाते हैं। बसें भी रवानगी से पूर्व सेनेटाइज की जा रही है। कार्मिकों को फेस शील्ड, मास्क व ग्लव्स आवंटित कराए गए हैं। स्वीकृत क्षमता से अधिक यात्रियों को नहीं बैठाया जा रहा। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही यात्रियों को बस में बैठाया जा रहा है। नए रूट स्वीकृत करने से पूर्व थर्मल गन एवं इसका उपयोग करने का प्रशिक्षण देकर ही उस स्टोपेज को रूट में शामिल किया जा रहा है।
बसों का संचालन शुरू होते ही यात्री भार बढ़ रहा है। दूसरे ही दिन यात्रियों की संख्या दोगुना से ज्यादा हो गई। दिनों दिन यात्री भार बढऩे से रूट्स बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
– नवीन जैन, रोडवेज अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, जयपुर