नागौर

फिर हुंकार भरने की तैयारी में हनुमान बेनीवाल, 27 को जोधपुर से होगी शुरुआत

– टीओडी के विरोध में 27 जून को जोधपुर में होने वाली महारैली में भीड़ जुटाने के लिए बेनीवाल कर रहे दौरे, 23 को नागौर में- हुंकार महारैली को लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल गुरुवार को करेंगे नागौर जिले में जनसंपर्क

नागौरJun 22, 2022 / 08:59 pm

shyam choudhary

Maharally in Jodhpur on June 27 in protest against TOD

नागौर. करीब साढ़े चार साल बाद आरएलपी सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने हुंकार भरने की तैयारी कर ली है। साढ़े चार साल पहले दिसम्बर 2017 में बेनीवाल ने किसान हुंकार महारैली आयोजित कर भारी भीड़ जुटाई थी, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई थी। उसके बाद बेनीवाल ने एक के बाद एक करके बाड़मेर, बीकानेर, सीकर व जयपुर में महारैलियां की और पार्टी का गठन किया था। अब एक बार फिर बेनीवाल ने जोधपुर की धरती से 27 जून को हुंकार महारैली करने की घोषणा की है, जिसका केन्द्र बिन्दु युवा होंगे।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल 27 जून को जोधपुर में टीओडी के विरोध में आयोजित होने वाली महारैली में भीड़ जुटाने के लिए पश्चिमी राजस्थान के जिलों के दौरे कर रहे हैं। बेनीवाल ने बुधवार को बाड़मेर तथा जैसलमेर जिलों में विभिन्न गांव-कस्बों के दौरे किए। वहीं गुरुवार को बेनीवाल नागौर जिले के दौरे पर रहेंगे।
सांसद बेनीवाल के कार्यालय से जारी प्रेस बयान के अनुसार सांसद बेनीवाल गुरुवार को नागौर जिले के मेड़ता सिटी, डेगाना, परबतसर, मकराना तथा कुचामन का दौरा कर आगामी 27 जून को जोधपुर मुख्यालय पर केंद्र सरकार द्वारा सेना में लाई गई संविदा भर्ती के निर्णय के विरुद्ध होने वाली महारैली को लेकर जनसंपर्क करेंगे।
संविदा आधारित सेना भर्ती योजना के विरोध में प्रस्तावित युवा हुंकार महारैली को लेकर बेनीवाल ने बुधवार को जनसम्पर्क किया। सांसद बेनीवाल ने कहा कि मोदी सरकार पहले किसान विरोधी कानून लेकर आई और अन्नदाताओं के संघर्ष के बाद सरकार को झुकना पड़ा और अब केंद्र ने सेना जैसे विभाग में संविदा आधारित नौकरी देने का निर्णय लेकर युवाओं के साथ भद्दा मजाक किया है, लेकिन राजस्थान और देश का युवा इस बात को बर्दास्त नहीं करेगा और इसी बात को लेकर टीओडी के विरोध ने जोधपुर मुख्यालय पर आरएलपी महारैली करेगी। सांसद ने कहा कि लोकतांत्रिक रूप से हम विरोध करके सरकार को झुकाएंगे।
ये आरोप लगाए
सांसद ने कहा कि मोदी सरकार को युवाओं ने वोट देकर शीर्ष पर बैठाया, लेकिन सत्ता के दम पर केंद्र भी युवाओं के हित को नजरंदाज करके ऐसे फैसले लेने लग गए, जो उनके हित में नहीं है। सांसद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भी संविदा सेना भर्ती के निर्णय का दो दिन बाद विरोध करना शुरू हुई, क्योंकि उन्हें युवाओं से पहले राहुल गांधी के हित नजर आ रहे थे।
बाड़मेर के मुद्दे उठाए
बेनीवाल ने कहा कि बाड़मेर जिले के सीमांत किसानों, स्थानीय लोगों को रोजगार, सीएसआर निधि का सही उपयोग करने सहित यहां के हर मुद्दे को प्रमुखता से उन्होंने लोक सभा में उठाया और विधानसभा में भी आरएलपी के विधायक हमेशा किसानों व युवाओं के मुद्दों को प्रमुखता से उठाते हैं। सांसद ने कहा कि आरएलपी की मजबूती में बाड़मेर का भी बड़ा योगदान है।
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