नागौर

अपराधों पर अंकुश लगाने में कामयाब रही नागौर पुलिस

लूट, हत्या, डकैती, अपहरण सहित अन्य अपराधों में आई 10 प्रतिशत तक कमी महिला अत्याचारों के मामले भी 16 फीसदी कम हुए दर्ज, एकमात्र एससी-एसटी के मामलों में हुई बढ़ोतरी

नागौरJan 15, 2021 / 09:13 pm

shyam choudhary

Nagaur police managed to curb crimes

नागौर. जिले में पुलिस प्रशासन ने वर्ष 2020 में अपराधों पर काफी हद तक नियंत्रण पाने में सफलता प्राप्त की है। खासकर लूट, हत्या, हत्या का प्रयास, बलात्कार, डकैती, अपहरण जैसे अपराधों में 10 से 60 प्रतिशत तक कमी देखी गई। वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2019 में जहां अपराधों में काफी वृद्धि हुई थी, वहीं वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में तुलनात्मक रूप से काफी कम अपराध हुए। पुलिस के साथ जिले के लिए भी यह सुखद खबर है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2021 में भी अपराधों पर अंकुश लगाए रखने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
अपराधों की तुलनात्मक रिपोर्ट पर नजर डालें तो जिले में वर्ष 2020 में हत्या के मामलों में 28.4 प्रतिशत, हत्या का प्रयास में 8.8 प्रतिशत, डकैती के मामलों में 60 प्रतिशत, लूट के मामलों में 39.1 प्रतिशत, अपहरण/व्यवहरण के मामलों में 22.6 प्रतिशत, बलात्कार के मामलों में 12.4 प्रतिशत तथा नकबजनी के मामलों में 14.4 प्रतिशत की कमी आई। चोरी के मामलों में 0.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
लॉकडाउन व कोरोना भी एक वजह
वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के चलते पुलिस को अपेक्षाकृत अधिक मेहनत करनी पड़ी। मार्च के अंतिम सप्ताह से लेकर अप्रेल व मई में लॉकडाउन लागू रहने के कारण पुलिस ने दिन-रात चौराहों व सडक़ों पर ड्यूटी दी। इसके कारण पुलिस अपराधों पर लगाम लगाने में कामयाब रही। इसके साथ लोग भी महामारी के डर से घरों में रहे, जिसके चलते अपराधों में कमी आई।
महिला अत्याचार घटे, लेकिन एससी-एसटी के बढ़े
वर्ष 2020 में जिले में महिला अपराधों में 16 फीसदी की कमी देखी गई, जबकि अनुसूचित जाति व जनजाति पर अत्याचार के मामलों में 14.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। हालांकि लॉकडाउन के चलते पुरुष घरों में रहने से अन्य जिलों में जहां महिला अत्याचार के मामले बढ़े, वहीं जिले में इनमें कमी आई, जो एक अच्छा संदेश है।
कोतवाली में सबसे अधिक मामले दर्ज
जिले के 32 थानों में दर्ज मामलों की स्थिति देखने पर सबसे अधिक 504 मामले कोतवाली थाने में दर्ज किए गए हैं। वहीं सबसे कम 83 मामले सुरपालिया थाने में दर्ज किए गए। वृत्त के हिसाब से देखें तो सबसे अधिक 1375 मामले नागौर वृत्त में, इसके बाद डीडवाना वृत्त में 1077, डेगाना वृत्त में 935, कुचामन वृत्त में 880, मकराना वृत्त में 650, मेड़ता वृत्त 769, मूण्डवा वृत्त में 509, जायल वृत्त में 447 मामले दर्ज किए गए हैं। यानी जायल वृत्त के चारों थानों से अधिक अकेले कोतवाली थाने में मामले दर्ज किए गए। पूरे जिले में सालभर में कुल 6842 मामले दर्ज हुए।
पुलिसिंग को मजबूत कर रहे हैं
जिले में अपराधों पर लगाम कसने के लिए किए गए प्रयासों के तहत पिछले साल काफी हद तक सफल हुए हैं। सूचना तंत्र को मजबूत बनाकर अपराधों को घटित होने से पहले रोकने के लिए तथा अपराध घटित होने के बाद अपराधियों की धरपकड़ के लिए भी पुलिसिंग को मजबूत बना रहे हैं।
– श्वेता धनखड़, एसपी, नागौर
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