जुआ-सट्टा भी एक कारण
कई लोगों से बातचीत में चोरी की बढ़ती घटनाओं के पीछे जुआ-सट्टा भी सामने आ रहा है। बताया जाता है कि क्षेत्र में काफी ज्यादा संख्या में लोग जुआ-सट्टा खेलते हैं जिससे दरगाह की भी बदनामी होती है। पुलिस केवल नाम मात्र कार्रवाई करती है। यहां के लोगों का कहना है कि रोजाना यहां शराब की बोतल, डोडे, चिलम, गांजे पीने वाले ही नहीं कई तरह के संदिग्ध लोग बैठते हैं। कुछ दिनों पूर्व यहां पर चौकीदार भी लगाया, लेकिन वो भी नौकरी छोड़कर चला गया।
रवाना कर दिया
स्कूल आए तो ताले टूटे हुए मिले, रिपोर्ट दर्ज करवाने कोतवाली गए तो वहां प्रभारी रामेश्वरलाल सारस्वत का कहना था कि छोटी-मोटी घटनाएं तो होती रहती है। आपके स्कूल का नाम बदनाम हो सकता है। रिपोर्ट क्यों करते हो और इसके बाद कागज लेकर यह गश्त का आश्वासन दिया।
मोहम्मद सलीम, प्रधानाध्यापक सुलत्तानुतारेकिन स्कूल, नागौर
कई लोगों से बातचीत में चोरी की बढ़ती घटनाओं के पीछे जुआ-सट्टा भी सामने आ रहा है। बताया जाता है कि क्षेत्र में काफी ज्यादा संख्या में लोग जुआ-सट्टा खेलते हैं जिससे दरगाह की भी बदनामी होती है। पुलिस केवल नाम मात्र कार्रवाई करती है। यहां के लोगों का कहना है कि रोजाना यहां शराब की बोतल, डोडे, चिलम, गांजे पीने वाले ही नहीं कई तरह के संदिग्ध लोग बैठते हैं। कुछ दिनों पूर्व यहां पर चौकीदार भी लगाया, लेकिन वो भी नौकरी छोड़कर चला गया।
रवाना कर दिया
स्कूल आए तो ताले टूटे हुए मिले, रिपोर्ट दर्ज करवाने कोतवाली गए तो वहां प्रभारी रामेश्वरलाल सारस्वत का कहना था कि छोटी-मोटी घटनाएं तो होती रहती है। आपके स्कूल का नाम बदनाम हो सकता है। रिपोर्ट क्यों करते हो और इसके बाद कागज लेकर यह गश्त का आश्वासन दिया।
मोहम्मद सलीम, प्रधानाध्यापक सुलत्तानुतारेकिन स्कूल, नागौर