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नागौर

राजस्थान में रॉल मॉडल बना नागौर का अभियान उजास

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार राज्य आयोजना विभाग के शासन सचिव ने जारी किए सभी जिला कलक्टर को निर्देश

नागौरMar 02, 2021 / 10:14 pm

shyam choudhary

District Collector Dr. Jitendra Kumar Soni

District Collector Dr. Jitendra Kumar Soni

नागौर. नागौर जिले के 979 सरकारी स्कूलों में विद्युत कनेक्शन करवाने के लिए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देश पर जिले में शुरू किए गए अभियान उजास को अब राज्य भर में लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नागौर की सरकारी स्कूलों के विद्युतीकरण को लेकर चलाए जा रहे अभियान उजास की तर्ज पर पूरे राज्य की उन सरकारी स्कूलों को, जो विद्युतीकरण से वंचित हैं, उनका चिह्नीकरण कर आगामी आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार इस आशय को लेकर आयोजना विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने राज्य के सभी जिला कलक्टर को निर्देश जारी किए हैं कि नागौर जिले में चलाए जा रहे अभियान उजास की तर्ज पर राज्य के विद्युतविहीन विद्यालयों में भामाशाहों, ग्राम पंचायतों और यथा उपलब्ध विद्यालय कोष का उपयोग करते हुए विद्युत कनेक्शन करवाएं जाने हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद अब नागौर के अभियान उजास की तर्ज पर राज्य के अन्य जिलों की 11 हजार 154 सरकारी स्कूल में विद्युत कनेक्शन करवाए जाएंगे।
कुछ यूं सामने आई बात, जो पहुंची सफलता के छोर तक…
नागौर में गठित शिक्षा विभागीय जिला स्तरीय निष्पादन समिति की माह जुलाई-2020 में रखी गई बैठक में यह तथ्य दृष्टिगोचर हुआ कि जिले में ऐसे राजकीय विद्यालय भी बड़ी संख्या में संचालित हैं, जिनमें अभी भी विद्युत विहीनता की स्थिति हैं। विद्युत कनेक्शन के अभाव में विद्यार्थी भीषण गर्मी में भी ताप सहते हुए इन विद्यालयों में अध्ययन करते हैं। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने इसे संज्ञान में लेते हुए जिले में ऐसे सभी विद्युत विहीनता वाले सरकारी विद्यालयों की सूची तैयार करने के निर्देश गए। इसे लेकर करवाए गए सघन सर्वे में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों द्वारा दी गई रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया कि प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत 979 सरकारी विद्यालय तो ऐसे हैं जो अपने स्थापना काल से ही विद्युत विहीन थे। जिला कलक्टर द्वारा इन सरकारी विद्यालयों में विद्यु कनेक्शन जारी करवाने को लेकर शिक्षा विभाग तथा अजमेर विद्युत वितरण निगम को संयुक्त रूप से मिशन मोड में काम करने निर्देश दिए गए। जिले में वंचित सरकारी विद्यालयों को विद्युतीकरण से जोडऩे के लिए शुरू किए गए मिषन को अभियान नाम दिया गया। अभियान उजास के तहत सरकारी विद्यालयों के संस्था प्रधानों ने कम्पोजिट स्कूल ग्रांट व विकास कोष से तो कहीं भामाशाहों को प्रेरित कर उनके द्वारा दिए गए आर्थिक सहयोग से विद्युत कनेक्शन के लिए निर्धारित डिमाण्ड राशि विद्युत वितरण निगम के संबंधित अभियंता कार्यालयों में जमा करवाई गई। जिला कलक्टर द्वारा नियमित रूप से वंचित सरकारी स्कूलों के विद्युतीकरण को लेकर शुरू किए गए अभियान उजास की प्रगति रिपोर्ट की निरंतर मॉनिटरिंग की गई, जिसके सफल परिणाम हम सब के सामने हैं।
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