मेडिकल कांउसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) तथा सेन्ट्रल कांउसिल ऑफ इंडिया (सीसीआईएम) ने एलोपैथी, आयुर्वेद व यूनानी पद्धति से की जाने वाली चिकित्सा पद्धति को मान्य किया है। इन पद्धति में डिग्री लिए बिना जो लोग मरीजों का इलाज कर रहे हैं। उनको फर्जी डॉक्टर कहते है।
इनका कहना है….
गांवों में झोला छाप डॉक्टरों की शिकायत मिल रही हैं। ब्लॉक चिकित्सा अधिकारियों को झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।
डॉ. सुकुमार कश्यप, सीएमएचओ नागौर
गांवों में झोलाछाप डॉक्टर्स के चलते हायर लेवल एंटीबायोटिक्स के प्रयोग से स्थिति बढ़ी है। टीबी के ड्रग रजिस्ट्रेंस रोधी रोगी बढऩे में झोलाछाप की अहम भूमिका रहती है।
नरेन्द्रसिंह राठौड़, जिला क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम समन्वयक नागौर. Nagaur patrika latest news