नवजात शिशुओं के लिए संजीवनी साबित होगी
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. ईशाक देवड़ा ने बताया कई ऐसे नवजात शिशुओं का जन्म होता है जो अधूरे हो या उनके पूरी तरह से फेफड़े विकसित नहीं हुए हों। ऐसे अधूरे जन्मे शिशुओं को श्वांस लेने में दिक्कत होती है या सांस रुक-रुक कर आता है। डॉ. देवड़ा ने बताया कि इन नवजात शिशुओं को सांस देने के लिए यह मशीन काम आएगी। हालांकि चिकित्सालय पहले से एक मशीन उपलब्ध है। लेकिन नवजात शिशुओं की संख्या अधिक होने पर चिकित्सकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। चिकित्सकों ने बताया कि अब इस तरह की कोई परेशानी होगी।
चिकित्सकों ने इस वेंटीलेटर का नाम मिराज रखा है। इससे पहले एक नवजात का नाम भी मिराज रखा है। चिकित्सकों में इस बात की खुशी दिखाई दे रही थी कि अब चिकित्सालय में भी हर समय मिराज नाम का यह उपकरण बच्चों का जीवन बचाएगा। चिकित्सालय प्रभारी डॉ. रघुवीरसिंह रत्नु ने भी भामाशाह माथुर का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि भामाशाह के सहयोग से ही चिकित्सालय में नए-नए आयाम स्थापित हुए हैं।