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नागौर

मिला आश्वासन का मरहम, ग्रामीण उपचार से महरूम

बैरावास के ग्रामीण चिकित्सका सुविधाओं से वंचित, इलाज के लिए भटक रहे है ग्रामीण

नागौरOct 05, 2018 / 05:06 pm

Sharad Shukla

khinwsar news

मिला आश्वासन का मरहम, ग्रामीण उपचार से महरूम

नगौर/खींवसर. आश्वासन के सहारे प्रदेश की दो सरकारों का कार्यकाल बीत गया, लेकिन बैरावास के ग्रामीणों को आज तक चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाई है। ग्रामीणों को छोटे-मोटे इलाज के लिए भी भटकना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत मुख्यालय होने के बावजूद यहां एएनएम तक नहीं है। पांच वर्ष पूर्व सरकार ने यहां उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन तो बनवा दिया, लेकिन चिकित्साकर्मी की नियुक्ति नहीं की। ऐसे में भवन खण्डहर में तब्दील होने लगा है। भवन के चारों ओर बबूल की झाडिय़ां उग गई हैं। ग्रामीणों ने यहां चिकित्साकर्मी की नियुक्ति कराने को काफी मशक्कत की लेकिन नतीजा सिफर रहा। ग्राम पंचायत के प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाए, लेकिन उन पर क्रियान्विति नहीं होने से ग्रामीणों का सरकार से भरोसा उठ गया है। पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा ने सांसद कोटे से पंचायत मुख्यालय पर उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन का निर्माण करवाकर वर्ष 2013 में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को हस्तान्तरित किया था, लेकिन विभाग की प्रशासनिक स्वीकृति के अभाव में एएनएम पद सृजित नहीं हो पाया। ग्रामीणों ने इसके लिए प्रशासन से लेकर राजनेताओं तक पगडंडी बनाई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला ।

इनका कहना है
प्रशासनिक व राजनीतिक उदासीनता के कारण बैरावास ग्राम पंचायत मुख्यालय उपेक्षा झेल रहा है। भवन विभाग को सौंपने के बावजूद एएनएम की नियुक्ति नहीं की है।
कंवराराम गोदारा, सचिव अखिल भारतीय किसान सभा

ग्राम पंचायत मुख्यालय बैरावास के ग्रामीण चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधा से महरूम है। ग्राम पंचायत की बैठक में प्रस्ताव लेकर भी भेजे गए ,लेकिन कोई लाभ नहीं मिला।
ओमप्रकाश शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता, बैरावास

दिव्यांगों ने दी आन्दोलन की चेतावनी
खींवसर. दिव्यांग सेवा समिति की गुरुवार को खींवसर में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान समिति के पदाधिकारियों ने रोडवेज की हड़ताल समाप्त नहीं होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है। बैठक में समिति के अध्यक्ष प्रेमराज देवड़ा ने बताया कि सरकार द्वारा रोडवेज सेवा जनहित में सुविधा देना है, जबकि हड़ताल के कारण जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। सरकार द्वारा विभिन्न श्रेणियां के 50 तरह के रियायती कार्ड जारी किए गए है। जिसमें दिव्यांग, महिला, वरिष्ठ नागरिक, बालक-बालिकाएं, कैंसर रोगी, एडï्स रोगी आदि को यात्रा में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार शीघ्र रोडवेज कर्मियों की मांगें मानकर जनहित में सुविधा को बहाल करें अन्यथा दिव्यांगों द्वारा सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में वार्ड पार्षद रेखा देवड़ा, अनिता देवड़ा, पूर्व सरपंच पुष्पा देवड़ा, प्रेरणा देवड़ा, तारा देवड़ा, जमना भाटी, राजू देवी, कंचन देवड़ा, संतोष आदि ने समर्थन दिया।

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