गौरतलब है कि नागौर जिले में पटवारियों के 198 पद रिक्त हैं। इन सभी पटवार मंडलों का रिकॉर्ड संबंधित तहसील कार्यालय में जमा करवाया गया है। अध्यक्ष लवाइच ने बताया कि सरकार की असहयोगात्मक नीति के कारण पटवारियों को मजबूरन कार्य बहिष्कार करना पड़ रहा है। अल्प वेतन के कारण नए भर्ती होने वाले 30 प्रतिशत पटवारी अन्य नौकरियों में चयन होने पर पटवारी की नौकरी छोड़ कर चले जाते हैं। इसलिए उनकी सरकार से मांग है कि पटवारियों की भर्ती नियमित रूप से की जाए तथा वेतन विसंगतियों में सुधार हो, ताकि हर पटवार मंडल को एक पटवारी मिल सके ।
इस मौके पर पटवार संघ के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश बेनीवाल, जिला महामंत्री बुधाराम जाजड़ा, महामंत्री आशीष सांखला, उपाध्यक्ष दीपाराम गोदारा, मीडिया प्रभारी हरीश सांखला, पटवारी सियाराम जाखड़, किशनदान चारण, मनमोहन विश्नोई, पवन कुमार, अर्जुन गहलोत, हजारीराम खोजा, जीवराज सिंह, हरकाराम, रणजीत सिंह, सुनील कुमार, विजय कुमार तिवारी, निर्मला भाटी आदि उपस्थित रहे।