कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक मोहनलाल मीणा ने ग्रामीणों को सरकार की विभिन्न प्रकार की पर्यावरण से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी देते हुए पर्यावरण जागरुकता की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि हमें आने वाली पीढिय़ों को बचाने के लिए पौधरोपण के लिए संकल्पित होना होगा। पर्यावरण प्रेमी व पद्मश्री हिमताराम भांभू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीवन में पेड़ों की महत्ता को समझाया व अधिक से अधिक पौधरोपण पर जोर दिया।
तीन किमी में लगाए हजार पौधे
रघुकुल पर्यावरण परियोजना के तहत मंगलवार को पींपासर में आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम के तहत अतिथियों की उपस्थिति में सैकड़ों ग्रामीणों ने गांव की गोशाला से लेकर रूपनाथजी की धाम तक सडक़ के दोनों तरफ करीब तीन किलोमीटर पौधरोपण किया। साथ ही पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल हुए ग्रामीणों को 2 हजार पौधे वितरित कर उनके संरक्षण का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर नागौर विधायक चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक मीणा, जिले के उप वन संरक्षक मकवाना, पद्मश्री भांभू सहित अतिथियों ने झंडारोहण कर तथा पीपल के पेड़ की पूजा कर पौधरोपण कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम के दौरान भामाशाह राठौड़ परिवार ने अतिथियों का साफा पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में सेवड़ी सरपंच रामेश्वरलाल तरड़, कानसिंह पींपासर, संस्कार एकेडमी के निदेशक प्रदीप ग्वाला, रूपाराम जाखड़, मेघाराम सुथार, उपसरपंच लक्ष्णसिंह, हरिराम धारणिया, उम्मेदसिंह राजपुरोहित, मदनलाल तरड़, सुखदेव पंचारियां, छैलुसिंह, मूलसिंह, किसनसिंह, कुंभाराम भाभू, प्रहलाद जाखड़ आदि उपस्थित रहे।
रघुकुल पर्यावरण परियोजना के तहत मंगलवार को पींपासर में आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम के तहत अतिथियों की उपस्थिति में सैकड़ों ग्रामीणों ने गांव की गोशाला से लेकर रूपनाथजी की धाम तक सडक़ के दोनों तरफ करीब तीन किलोमीटर पौधरोपण किया। साथ ही पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल हुए ग्रामीणों को 2 हजार पौधे वितरित कर उनके संरक्षण का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर नागौर विधायक चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक मीणा, जिले के उप वन संरक्षक मकवाना, पद्मश्री भांभू सहित अतिथियों ने झंडारोहण कर तथा पीपल के पेड़ की पूजा कर पौधरोपण कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम के दौरान भामाशाह राठौड़ परिवार ने अतिथियों का साफा पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में सेवड़ी सरपंच रामेश्वरलाल तरड़, कानसिंह पींपासर, संस्कार एकेडमी के निदेशक प्रदीप ग्वाला, रूपाराम जाखड़, मेघाराम सुथार, उपसरपंच लक्ष्णसिंह, हरिराम धारणिया, उम्मेदसिंह राजपुरोहित, मदनलाल तरड़, सुखदेव पंचारियां, छैलुसिंह, मूलसिंह, किसनसिंह, कुंभाराम भाभू, प्रहलाद जाखड़ आदि उपस्थित रहे।
घरों में लगाएं औषधीय पौधे
इस मौके पर नागौर उप संरक्षक ज्ञानचंद मकवाना ने ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा घरों में औषधीय पौधे लगाने का आह्वान किया। भारत सरकार मसाला बोर्ड के सदस्य भोजराज सारस्वत ने पींपासर में शुरू हुई रघुकुल पर्यावरण परियोजना की सराहना करते हुए पौधों को पेड़ बनने तक रखरखाव की आवश्यकता पर बल दिया। रघुकुल परियोजना के संयोजक राठौड़ ने पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कष्ट कार्य करने वाले भगतसिंह युवा मण्डल अणखीसर, थलांजू विकास समिति, पद्मश्री भांभू को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया तथा बताया कि रघुकुल पर्यावरण परियोजना की शुरुआत उन्होंने अपनी जन्मभूमि से की है, अब इस परियोजना के तहत देश-प्रदेश में पौधरोपण किया जाएगा।
इस मौके पर नागौर उप संरक्षक ज्ञानचंद मकवाना ने ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा घरों में औषधीय पौधे लगाने का आह्वान किया। भारत सरकार मसाला बोर्ड के सदस्य भोजराज सारस्वत ने पींपासर में शुरू हुई रघुकुल पर्यावरण परियोजना की सराहना करते हुए पौधों को पेड़ बनने तक रखरखाव की आवश्यकता पर बल दिया। रघुकुल परियोजना के संयोजक राठौड़ ने पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कष्ट कार्य करने वाले भगतसिंह युवा मण्डल अणखीसर, थलांजू विकास समिति, पद्मश्री भांभू को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया तथा बताया कि रघुकुल पर्यावरण परियोजना की शुरुआत उन्होंने अपनी जन्मभूमि से की है, अब इस परियोजना के तहत देश-प्रदेश में पौधरोपण किया जाएगा।