गणेश चतुर्थी पर स्थापित हुए गणपति, किया वैदिक मंत्रोच्चार अर्चन, शहर के मंदिरों एवं प्रमुख दरवाजों पर स्थापित गणपति की आराधना के गूंजे स्वरों से आस्थामय हुआ शहर
नागौर•Sep 14, 2018 / 10:40 am•
Sharad Shukla
pranamya Shirsa Dev Gauri’s son Vinayak
नागौर. प्रणम्य शिरसा देवं, गौरी पुत्रं विनायकं सरीखे मंत्रों की गूंज से शहर पूरा गणपतिमय बना रहा। मंदिर एवं घरों के साथ विभिन्न जगहों पर गणपति प्रतिमा की स्थापना वैदिक मंत्रोच्चार के साथ की गई। गणपति की आराधना के साथ मंत्रों से पूजन के दौरान दूर्वा एवं मोदक का अर्पण किया गया। विविध रंगीय पुष्पों से सजे गणपति के भव्य रूप का दर्शन कर श्रद्धालुओं ने मनवांछित कामनाएं की। शहर में गुरुवार को गणेश चतुर्थी पर भक्तों के जयकारों की गूंज रही। गणेश बावड़ी, शहर के प्रमुख गेटों पर गणपति मंदिर, किले के अंदर स्थित गणपति मंदिर, तुलसी चौक गणेश मंदिर, इंदिरा कॉलोनी स्थित गणेश मंदिर, प्रतापसागर, हाउसिंग बोर्ड, बाठडिय़ों का चौक स्थित गणपति मंदिर, काठडिय़ों का चौक स्थित जाजुओं की बारी में प्रथम पूज्य का विधि-विधानपूर्वक पूजन किया गया। गणेश बावड़ी स्थित प्राचीन गणपति मंदिर में भगवान श्रीगणेश का विविध फूलों से भव्य शृंगार किया गया। दोपहर में सवा 12 बजे आरती हुई। इसमें श्रद्धालुओं ने भगवान की अर्चना के साथ ही दुख, दारिद्रय् व संकट नाश का वरदान मांगा। गणपति को 51 किलो का मोदक चढ़ाया गया। इस दौरान यहां पर मेला भी लगा। मेले में भीड़ लगी रही। बच्चों ने झूले व पकवान का लुत्फ उठाया। तुलसी चौक स्थित गणेश मंदिर में भी श्रीगणेश बाल संघ की ओर से गणेश महोत्सव विधिपूर्वक मनाया। सुबह करीब सात बजे वैदिक मंत्रोच्चार से पूजन के साथ गणपति की आराधना की गई। इसक बाद शाम को करीब आठ बजे हुई आरती में काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। मडिय़ों की गली चांदी बाड़ा के पास में महोत्सव गणपति महोत्सव समिति द्वारा शुरू हुआ। शुभ मुहूर्त में गणेश जी की मूर्ति वैदिक मंत्रोच्चार की ध्वनियों के बीच स्थापित की गई। विशेष रूप से ये मूर्ति मुम्बई से लाई गई है। इसका विशेष शृंगार किया गया। समिति के अनुसार 10 दिन चलने वाले इस आयोजन में रोज शाम को होने वाली आरती के बाद खेल का आयोजन विभिन्न खेलो के द्वारा किया जाएगा जिसमे बच्चे व पुरुषों एवं महिलाओं के लिए खेल होगा। इसके तहत आज तीन टांग दौड़, चम्मच रेस में बच्चों ने भाग लिया।
विराजे गणपति, किया अर्चन
प्रतापसागर कॉलोनी में गणपति की स्थापना वैदिक मंत्रोच्चार के साथ की गई। नगरपरिषद के सभापति कृपाराम सोलंकी, मेड़ता के पूर्व प्रधान सुशील कुमार चौधरी, रामकुमार शर्मा, सोमदत्त बोहरा व चर्तुभुज राकावत ने विराजित गणपति का अर्चन किया। गणपति की स्थापना के साथ अर्चन पंडित लक्ष्मीनारायण ने कराया। श्रद्धालुओं ने गणपति का अर्चन कर उनसे सुख-समृद्धि का वरदान मांगा। मोहित राकांवत, निर्मला भाटी, वैशाली भाटी, पुर्षोत्तम बोहरा, गोविंद बोहरा, अंशु बोहरा, सोनू सेन, मोनू, सोनू राकांवत ने गणपति का विविध रंगीय पुष्पों के साथ दूर्वा अर्पण करते हुए भव्य शृंगार किया। इस दौरान नंदलाल शर्मा, विजयशंकर व्यास, अशोक ललवानी, लालचंद, भगवान प्रसाद बरड़वा, शिवशंकर शर्मा, रेखा, सुखवीरसिंह भाटी, संतोष बोहरा आदि ने गणपति का वंदन किया। चर्तुभुज राकांवत ने बताया कि दस दिनों तक लगातार विविध धार्मिक कार्यक्रमों के साथ ही अन्य कार्यक्रम भी होंगे। इसमें 14 सितंबर को जलेबी रेस, मेहंदी प्रतियोगिता, 15 सितंबर को चम्मच रेस, आंख बांधकर चूड़ी बाल्टी में, 16 सितंबर को पासिंग पिल्लो, 17 को फैंसी ड्रेस, 18 को रंगोली व हंगामा प्रतियोगिता, 19 को छप्पन भोग, 20 को वाद-विवाद प्रतियोगिता, 21 को नाटक व माचिस की डिब्बी जमाओ प्रतियोगिता, 22 को भजन एवं 23 सितंबर को गणपति का विसर्जन कार्यक्रम होगा।
शहर के प्रमुख दरवाजों पर भी गूंजे गणपति मंत्र
शहर के प्रमुख दरवाजों में नकासगेट, नया शहर, माही दरवाजा एवं दिल्ली गेट के पास स्थित मंदिरों में भी गणपति की वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अर्चन किया गया। इस दौरान विविध रंगीय पुष्पों से सजे गणपति का आस्था का केन्द्र बने रहे। मंदिरों में गूंजते भजनों से वातावरण भक्ति के रंग में रंगा रहा।
गणेश वाटिका में बही भजन सरिता
नागौर. इंदिरा कालोनी स्थित गणेश वाटिका के गणेश मंदिर में गुरुवार को गणेश चतुर्थी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। गणेश मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष रामस्वरूप भाटी ने बताया कि दोपहर में गणपति जन्म पर पुजारी अशोक दवे के सानिध्य में भगवान गणपति की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान करवाकर अभिषेक व महाआरती की गई। सचिव मुकेश कटारिया व कोषाध्यक्ष राकेश सोनी ने बताया कि शाम को भजन संध्या आयोजित की गई। इसमें अनिल नागौरी एण्ड पार्टी ने एक से बढकऱ एक भजनों की प्रस्तुति दी। गणपति वंदना से भजन संध्या का आगाज कर गुरु महिमा, जय गणपति जय गणनायक व बाबा रामदेव के भजनों का श्रद्धालुओं ने रसास्वादन किया। भजन संध्या के दौरान गणेश वाटिका में श्रद्धालुओं की काफ ी भीड उमड़ी।