नावां शहर. नावां शहर व आसपास के गांवों में हजारों गोवंश भूख-प्यास से व्याकुल होकर सडक़ों पर भटक रहे हैं। लेकिन नगर पालिका इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं है और न ही विभिन्न गोशाला संचालक लावारिस गोवंश को गौ शालाओं में लेने को लेकर गंभीर दिखाई दे रहे हैं। नतीजतन सडक़ों पर बैठे गौ वंश शहर की यातायात व्यवस्था को प्रभावित कर रहे हैं। इसके साथ ही आए दिन दुपहिया वाहन चालक इनकी चपेट में आकर चोटिल हो रहे हैं।
शहर में हाइवे और बाइपास से लेकर अंदरूनी हिस्सों तक को देखा जाए तो सैकड़ों लावारिस गोवंश भटकते नजर आ जाएंगे। पत्रिका टीम ने शहर में लावारिस गोवंश के मुद्दे पर पड़ताल की तो शहर की तंग गलियों से लेकर हाइवे तक सैकड़ों गोवंश भटकते देखे गए। शहर के सीकर रोड, राजकीय हॉस्पिटल रोड, न्यू कॉलोनी, बालिका चौराहा, बस स्टैंड तथा रोड, पुराना बस स्टैंड, रामलक्ष्मण कॉलोनी, एसडीएम कार्यालय के सामने, पालिका कार्यालय के सामने, जोगीयों के आसन, गंगा सागर रोड सहित शहर की अधिकांश कॉलोनियों में लावारिस गो वंश झुण्ड में भटकते नजर आए। लेकिन नावां में योगेश कुमावत की मौत के बाद भी कोई विशेष हरकत में नजर नहीं आई।