इस बात को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में ‘सरकार’ से भारी नाराजगी
किसान नेताओं की अनदेखी दुर्भाग्यपूर्ण
विधायक बेनीवाल ने कहा कि आज तक यही होता आया है कि प्रदेश में किसी भी दल की सरकार में विधायक दल ही अपना नेता तय करता रहा है। प्रदेश में पहली बार विधायक दल के नेता से लेकर मंत्री परिषद व अब विभाग के बंटवारे राहुल गांधी जैसे नेता के कहने पर हो रहे हैं। मंत्रिमंडल में में भी अनुभवी व वरिष्ठ किसान नेताओं की अनदेखी करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
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परेशान हो रही जनता
बेनीवाल ने कहा कि आचार संहिता के बाद जनता ने नई सरकार को चुना और एक पखवाड़े तक मंत्रिमंडल नहीं बना पाना और अब मंत्रिमंडल बन गया तो विभागों का बंटवारा नहीं होना, इस बात की ओर इंगित करता है कि भाजपा व कांग्रेस दोनों को जनता की परवाह नहीं है। जनहित से जुड़े कई मामलों में संबधित विभागों के मंत्री को निर्णय लेना पड़ता है। ऐसे में राजस्थान की जनता को और अब कितना इन्तजार करना पड़ेगा, यह राहुल गांधी तय करेंगे। बेनीवाल ने कहा कि न तो सीएम और न ही मंत्रिमंडल किसी बात के लिए स्वतंत्र है। छोटी से छोटी बात राहुल गांधी से पूछकर की जा रही है। ऐसे में प्रदेश के नीतिगत निर्णय भी राहुल के स्तर से होना राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।