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नागौर

सूने पड़े मकान बन रहे घुमंतू पशुओं का आशियाना

शहर से खदेडऩे पर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी आ रहे पशु , कई बार भूख व बीमारी में अंदर ही दम तोड़ जाते हैं, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं

नागौरOct 14, 2020 / 11:05 am

Jitesh kumar Rawal

सूने पड़े मकान बन रहे घुमंतू पशुओं का आशियाना

नागौर. हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के सूने मकान में मृत पशु को बाहर निकालने की कवायद में जुटे नगर परिषद के कार्मिक।

नागौर. हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में सूने पड़े मकान घुमंतू पशुओं का आशियाना बन रहे हैं। शहर से खदेड़े जाने के बाद पशु इन मकानों का रूख करते हैं, लेकिन यहां इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। पशुओं के लिए यह राहतजनक साबित होता है कि यहां से उनको कोई खदेड़ नहीं सकता, लेकिन भूख-प्यास मिटाने का कोई सहारा नहीं है। बीमारी की हालत में यदि पशु मकान के अंदर ही दम तोड़ जाए तो किसी को भनक तक नहीं लगती। पिछले कुछ दिनों में ही यहां इस तरह के हादसे को चुके हैं। बालवा रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के अधिकतर मकान सूने पड़े हैं, जिनमें आसरा लेकर बैठे पशु दम तोड़ चुके हैं।
दुर्गंध से पता चलता है
सूने पड़े मकानों के आसपास किसी मकान में यदि लोग रहते हैं तो दुर्गंध के कारण पता भी चल जाता है। बदबू आने पर आसपास के मकानों में छानबीन की जाती है तो मृत पशु पड़ा नजर आता है। वैसे अधिकतर मकान सूने पड़े है, जिससे इनमें कोई पशु मरा भी है तो उस स्थिति से लोग अनभिज्ञ होते हैं।
कई लौट जाते हैं, कुछ बेदम हो जाते हैं
नगर परिषद की ओर से शहर में घुमंतू पशुओं की धरपकड़ का अभियान चलता है तो खदेडऩे का ही काम किया जाता है। इनको पकडऩे और किसी सुरक्षित स्थान पर छोडऩे के बजाय शहर से बाहर भेज दिया जाता है। ऐसे में सूने मकान ही इनका आसरा बनते हैं। भूख लगने पर कई पशु वापस शहर का रूख करते हैं, लेकिन बीमार व वृद्ध पशु यहां से नहीं लौट पाते। भूख-प्यास व बीमारी की हालत में यहीं बेदम हो जाते हैं।
यह होना चाहिए
– नगर परिषद को घुमंतू पशुओं की धरपकड़ करते हुए ऐसी जगह भेजना चाहिए, जहां उनका गुजारा हो सके
– सूने पड़े मकानों में समय-समय पर जांच अभियान चलना चाहिए, ताकि गतिविधियों की जानकारी मिल सके
– बेसहारा घूम रहे पशुओं के बीमार होने पर पशुपालन विभाग को उपचार के लिए आगे आना चाहिए
– चराई के लिए पशुओं को खुला छोड़ देने वाले पशुधन मालिकों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए
निस्तारण करते हैं…
घुमंतू पशुओं की धरपकड़ के लिए नगर परिषद की ओर से कार्रवाई की जा ती है। सूने मकानों में पशुओं के मरने की जानकारी मिलने पर निस्तारण करते हैं।
– जोधाराम बिश्नोई, आयुक्त, नगर परिषद, नागौर
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