स्वाइन-फ्लू से आठ महीने में पांच लोगों की मौत हो चुकी है व 15 लोग वायरस से ग्रस्त हैं। विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले में 1 सितम्बर तक 4 मौत व 8 लोग वायरस से प्रभावित बताए गए, लेकिन १५ दिन में मरने वालों की संख्या पांच हो गई, वहीं वायरस की गिरफ्त में 15 जने आ गए है। जिले में इस रोग की जांच तक की सुविधा नहीं है। जिला अस्पताल में जांच के नाम पर मात्र स्वाब के सैम्पल लेने की व्यवस्था है। सैम्पल जांच के लिए अन्य जिलों में भेजना पड़ता है। सैम्पल पॉजिटिव आने पर मरीज को हायर सेंटर रैफर किया जाता है।
स्वाइन-फ्लू से मकराना, मेड़ता व परबतसर ब्लॉक में एक-एक व डीडवाना में दो जनों की मौत हुई है। मकराना, मेड़ता व जायल में एक-एक मरीज स्वाइन फ्लू पॉजीटिव मिला है। डीडवाना व रियां में दो-दो, परबतसर में 3 व कुचामन में ४ लोग स्वाइन-फ्लू के वायरस की गिरफ्त में हैं।जिले में पीएचसी स्तर तक दवाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। कही भी स्वाइन-फ्लू पॉजिटिव पाए जाने पर तत्काल उस मरीज के परिजन व मिलने वालों सहित आस-पास के क्षेत्र के लोगों की जांच कर उन्हें दवा दी जा रही है।
डॉ. शाकिर खान, एपीेडेमोलॉजिस्ट, नागौर
सुकुमार कश्यप, सीएमएचओ, नागौर