जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचा लोगों की आंखें नम हो गई तो उनकी शहादत पर गर्व भीहुआ। शहीद के परिजनों को रो रोकर बुरा हाल था। पनी कमला बार-बार बेसुध हो रही थी। परिजनों, रिश्तेदारों तथा वहां मौजूद लोगों को शहीद के अंतिम दर्शन कराए गए। सैन्य सम्मान के साथ शहीद के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के सामने किया गया। पुत्र संदीप व बेटी पूजा ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी।
पांच जनवरी को अंतिम सांस ली शहीद सूबेदार मुवाल जम्मू-कश्मीर में बर्फीली चोटी पर तैनात थे। वहां बर्फबारी ज्यादा होने से बर्फबारी की चपेट में आ गए। उन्होंने पांच जनवरी को अंतिम सांस ली। भारी बर्फबारी के चलते उनके पार्थिव शरीर को बेस कैंप लाना मुश्किल हो रहा था। बाद में पार्थिव देह को हेलिकॉप्टर से बेस कैंप पहुंचाया गया।
शहीद के पुत्र व पुत्री को दिया तिरंगा अंतिम संस्कार से पूर्व सेना के अधिकारियों ने शहीद मुवाल के पुत्र व बेटी को तिरंगा सौंपा। यह नजारा देखकर हर आंख नम हो गई, वहीं भारत माता और शहीद महेन्द्र अमर रहे के जयकारों ने लोगों में देशभक्ति का जोश भर दिया।
जनप्रतिनिधियों व सैन्य अधिकारियों ने कि ए पुष्प चक्र अर्पित उपमुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी, सूबेदार बगिडय़ा, सरपंच मनोज लोरा, खारिया सरपंच देवीलाल दादरवाल, युवा विकास संस्थान राजस्थान के अध्यक्ष विवेक कालेर, कर्नल नन्द किशोर ढाका, राष्ट्रीय लोकतांत्रिका पार्टी के सदस्य भूराराम शेषमां, खींवसर विधायक नारायणराम बेनीवाल, शिल्प व माटीकला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हरीशचन्द्र, जिला परिषद सदस्य सुनील भींचर, शेखावाटी एजुकेशन ग्रुप चेयरमैन बीएल रणवां, समाज सेवी लालास त्रिलोक शेषमां, कुचामन नगरपालिका अध्यक्ष आसीफ खान, कुचामन पालिका उपाध्यक्ष हेमराज चावला व सैन्य अधिकारियों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने शहीद को पुष्पचक्र अर्पित कर सलामी दी। सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
लोगों ने की पुष्प वर्षा शहीद की अंतिम यात्रा पर महात्मा गांधी स्कूल सहित अन्य स्कूल के विद्यार्थियो ने पुष्पवर्षा कर सम्मान किया। लालास में सरकारी स्कूल के समाने दोनों तरफ खड़े होकर एनसीसी कैडेट्स ने भी पुष्प वर्षा कर शहीद को अंतिम विदाई दी। लोगों ने घरों की छतों सहित पेड़ों पर चढकर शहीद पर पुष्प वर्षा की।