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नागौर•Dec 22, 2018 / 07:07 pm•
Anuj Chhangani
नम आंखों से शहीद को दी अंतिम विदाई
गोटन. पठानकोट में कर्तव्य निर्वहन करते शहीद हुए सैनिक भगवानसिंह चांदावत पुत्र जबरसिंह की पार्थिव देह का शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ कस्बे के मेला मैदान में अंतिम संस्कार किया गया। सुबह करीब 10.30 बजे आर्मी सप्लाई कोर के सूबेदार एचपी सोलंकी ने शहीद की पार्थिव देह परिजनों को सौंपी। शहीद की पार्थिव देह घर के आंगन में पहुंचते ही परिजन बिलख उठे। परिवार के सदस्यों ने अंतिम दर्शन कर पुष्पांजलि अर्पित की। अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोगों ने भगवानसिंह अमर रहे के गगनभेदी नारे लगाए। मेला मैदान में सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। सैन्य सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई। शहीद की पांच वर्षीय पुत्री हिमांशी ने परिजन की गोद में बैठकर पिता को मुखाग्नि दी। इससे पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड के शंकरसिंह राठौड़, मेड़ता विधायक इन्द्रा बावरी, देवरीधाम के महंत रमैयादास, रामदास-श्यामदास समाधि स्थल के महंत गरीबदास, मारवाड़ राजपूत सभा अध्यक्ष हनुमानसिंह खांगटा, परबतसर एसडीएम शक्तिसिंह भाटी, मेड़ता तहसीलदार बिशनाराम, लक्ष्मणराम कलरु, जिला परिषद सदस्य गजेन्द्रसिंह नोखा, पूर्व प्रधान भंवरसिंह गोटन पूर्व सरपंच नारायणसिंह, हरसोलाव पूर्व सरपंच कन्हैयालाल गुर्जर, पुलिस उपनिरीक्षक भंवरलाल मेघवाल आदि ने शहीद की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सूबेदार सोलंकी ने बताया कि भगवानसिंह 14 दिसम्बर की शाम सैन्य कार्य से बाइक पर जा रहे थे। इस दौरान सडक़ हादसे में वह गम्भीर घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के आर्मी बेस अस्पताल में भर्ती करवाया गया, वहां 19 दिसम्बर को उन्होंने अंतिम सांस ली।