युवती के चाचा ने बताया कि आकांक्षा ने बीएससी तक की पढ़ाई की है। वर्तमान में वह नीम का थाना में राजस्थान बड़ौदा ग्रामीण बैंक में कार्यरत है। आकांक्षा की लम्बाई कम होने के कारण कई बार वह नर्वस हो जाती थी। उसके दादा औंकार सिंह भाटी की प्रेरणा व सहयोग से यह सब कर सकी। यहां तक कि जब वह बैंक की तैयारी करने कोंचिग जाती थी तो उसके दादा उसे छोडऩे व लेने जाते थे। उन्होंने बताया कि वैसे तो लडक़ा-लडक़ी ने करीब चार साल पहले जोधपुर के एक कोचिंग सेंटर पर तैयारी की थी, लेकिन इस दौरान ऐसी कोई बात नहीं हो पाई। इसके बाद लडक़ी की बड़ौदा बैंक नीम का थाना ग्रामीण शाखा में पोस्टिंग हो गई। इसे संयोग ही कहा जाए कि करीब छह महीने पहले दोनों की मुलाकात नीमकाथाना में हुई। लडक़ी के दादा ने जब लडक़े से बात की तो जानकारी मिली की लडक़े का चयन भी नीमकाथाना में नेशनल इंश्योरेंस में हुआ है। इसके बाद दादा ने परिजनों से बातचीत की। दोनों के परिजन शादी के लिए राजी हो गए।
&मंगलवार को जो शादी हुई उससे अन्य लोगों को भी यह प्रेरणा लेनी चाहिए कि यदि उनके परिवार में कोई भी लडक़ी या लडक़े शारीरिक रूप से कमजोर है या फिर उसका पूर्ण विकास नहीं हो पाया तो उन्हें अनदेखा नहीं करके हौंसला बढ़ाए।
अरविंद गहलोत, लडक़ी के चाचा