गौरतलब है कि गत 30 सितम्बर की रात को कसनाऊ गांव में अज्ञात लोगों ने सत्यवादी वीर तेजाजी की प्रतिमा खंडित कर दी थी, जिसके बाद माहौल काफी खराब हो गया था। पुलिस उपाधीक्षक हजारीराम चौहान, थानाधिकारी फूलचंद बालोटिया ने मौके पर जाकर मामला शांत करवाया था, पुलिस ने आक्रोशित लोगों को आश्वासन दिया कि जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन 13 दिन बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो शिवसेना के जिलाध्यक्ष ओम चौधरी व राष्ट्रीय जाट एकता संगठन के जिलाध्यक्ष प्रेम बेंदा ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर सोमवार को आंदोलन की चेतावनी दी थी। इस बीच पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रविवार देर रात्रि को नरेश भाट पुत्र अम्बालाल व श्यामलाल पुत्र मंगलाराम मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने तेजाजी की मूर्ति के घोड़ी के दोनों थन , सर्प की पूंछ सहित खंडित कर दी थी।
बीटीएस से मिली सम्पूर्ण जानकारी मिली सफलता
पुलिस अधीक्षक डॉ. विकास पाठक , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुवार कस्वां के निर्देश पर वृत्ताधिकारी हजारीराम चौहान ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की। टीम में शामिल थानाधिकारी फूलचंद बालोटिया, एएसआई सोहनलाल, हैड कांस्टेबल छोटाराम, मंगलाराम, बीट कांस्टेबल रामस्वरूप, कांस्टेबल हरिराम, रामुराम, पन्नाराम, दीन मोहम्मद, प्रदीप आरोपियों की गहनता से तलाश शुरू की तो बीटीएस के माध्यम से पुलिस को आरोपी पकडऩे में सफलता मिली गई।
पुलिस अधीक्षक डॉ. विकास पाठक , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुवार कस्वां के निर्देश पर वृत्ताधिकारी हजारीराम चौहान ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की। टीम में शामिल थानाधिकारी फूलचंद बालोटिया, एएसआई सोहनलाल, हैड कांस्टेबल छोटाराम, मंगलाराम, बीट कांस्टेबल रामस्वरूप, कांस्टेबल हरिराम, रामुराम, पन्नाराम, दीन मोहम्मद, प्रदीप आरोपियों की गहनता से तलाश शुरू की तो बीटीएस के माध्यम से पुलिस को आरोपी पकडऩे में सफलता मिली गई।