राजे ने कहा कि आज तो मैं आपको प्यार देने आई हूं, आपको यह कहने आई हूं कि मैं आपसे दूर नहीं हूं, आपके साथ ही हूं। उन्होंने कहा – मैं जाटों के बीच बैठी हूं, मैं आपकी बहू हूं, आपके घर की एक सदस्य हूं। इसलिए परिवार के लोग कभी दूर नहीं होते, हां कभी-कभार छोटी-छोटी दीवारें आ जाती हैं, लेकिन आप जब भी बुलाओगे, मैं आपके साथ खड़ी रहूंगी, आपको डरने की जरूरत नहीं है। राजे ने कहा कि हम चाहते हैं नागौर, जो राजस्थान का धड़कता हुआ दिल है, उस नागौर के लोग इतने मजबूत हो जाएं कि अपने बलबूते पर खड़े हो सकें।
यह क्षेत्र राजस्थान को दिशा दिखाने का काम करेगा। राजे ने यह भी कहा कि जब आप लोगों ने यह तय कर लिया है तो हम छाती पर पैर रखकर आएंगे और यहां बदलाव लाकर ही छोड़ेगे। इसके बाद राजे ताऊसर स्थित अपने पूर्वज श्रीमंत जयप्पाजी राव सिंधिया स्मारक (हप्पाजी छतरी) पर दर्शन करने पहुंची। यहां माली समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने हमारे पूर्वजों के स्मारक को संभाला, जैसे परिवार के लोग संभालते हैं, यह हमारे और आपके बीच में एक भाई-बहन का रिश्ता बनाता है।
राजे ने गुरुवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे जोधपुर रोड से जिले की सीमा में प्रवेश किया, जहां जगह-जगह उनका स्वागत किया गया। वीर तेजाजी की जन्मस्थली खरनाल में राजे ने तेजाजी के मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद वीर तेजाजी के पैनोरमा का निरीक्षण कर स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने पैनोरमा की दुर्दशा पर चिंता जताई। इस दौरान उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए 21 लाख का सहयोग भी दिया।
राजे ने कहा कि खरनाल में अच्छा पैनोरमा और मंदिर बने, ताकि हमारे आने वाली पीढि़या इतिहास व लोक देवता के बारे में जान सकें। इसके बाद उन्होंने ताऊसर िस्थत उनके पूर्वज जयप्पा सिंधिया की छतरी में पूजा की तथा लोगों को संबोधित किया। राजे ने कालवी गांव जाकर लोकेन्द्रसिंह कालवी को श्रद्धांजलि दी तथा खाटू में आयोजित जनसभा को संबोधित किया।
गहलोत-पायलट पर वसुन्धरा राजे ने साधा निशाना, बोली – चुनाव आ गए इसलिए सब की टारगेट मैं
पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने खाटू में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 2003 से लेकर अब तक अशोक गहलोत को कभी बहुमत नहीं मिला। इसलिए वे मुझे अपना सबसे बड़ा शत्रु और उनकी राह में कांटा मानते हैं। इसलिए उनकी तारीफ़ में मेरे लिए सद्भावना नहीं, दुर्भावना है, जैसे मुख में राम बग़ल में छुरी। उन्होंने सोच समझ कर मुझे नुक़सान पहुंचाने के लिए ऐसा बोला है। वरना वे तो 20 साल से मेरे ख़िलाफ़ अमर्यादित और आपत्ति जनक भाषा बोलते आ रहे हैं जिसे भूली नहीं हूं मैं।
राजे ने कहा राजनीति में दो क़िस्म के लोग हैं। एक कर्मवीर, दूसरा बयान वीर। बयान वीर बयान देने और कर्म वीर काम करने में माहिर होते हैं। बयान वीर कांग्रेस में खूब है, भाजपा में नहीं। एक बड़े बयान वीर धोलपुर से बोले, तो छोटे बयान वीर आज गुरुवार को अजमेर से। कोई नागौर से बोलता है। चुनाव जो आ गए। ऐसे में सब का टारगेट मैं हूं। मक़सद मुझे कैसे हानि पहुंचे बस। इससे पहले वे खरनाल भी गई, जहां वीर तेजाजी मंदिर समिति के लोगों ने उनका स्वागत किया।