पुलिस के अनुसार सहायक डीडवाना वृत्ताधिकारी (प्रशिक्षु आईपीएस) दीपक यादव को मुखबिर से लाडनूं कस्बे के एक घर में जुआघर संचालित होने की सूचना मिली। इस पर वृत्ताधिकारी यादव ने एसपी ऑफिस से सर्च वारंट लेकर जसवंतगढ़ पुलिस थाने के जाब्ते को साथ लाडनूं निवासी जसकरण नागपुरिया के घर पर दबिश दी गई। पुलिस के दबिश देते ही जुआ खेल रहे एक दर्जन से अधिक लोगों में हङ़कंप मच गया और कई जुआरी फरार हो गए। इस दौरान चार जुआरियों को पुलिस ने दबोच लिया।
मौके से ये सामग्री हुई बरामद
इस कार्रवाई में 26 लाख 55 हजार रुपए की नकदी, चार नोट विदेशी मुद्रा के, कैसिनों के 127 सिक्के, तीन एलईडी, पेन ड्राईव, 6 मेमोरी कार्ड, सट्टे का हिसाब किताब लिखे 12 रजिस्टर मिले हैं। इन रजिस्टरों में 75 लाख 95 हजार रुपए का हिसाब किताब भी मिला है। मौके से फरार हुए 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कार्रवाई के दौरान बड़ी जुआ राशि बरामद होने के चलते पुलिस आयकर विभाग को भी सूचित करेगी। जुआ अड्डे के खिलाफ नागौर जिले में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई की गई है।
इस कार्रवाई में 26 लाख 55 हजार रुपए की नकदी, चार नोट विदेशी मुद्रा के, कैसिनों के 127 सिक्के, तीन एलईडी, पेन ड्राईव, 6 मेमोरी कार्ड, सट्टे का हिसाब किताब लिखे 12 रजिस्टर मिले हैं। इन रजिस्टरों में 75 लाख 95 हजार रुपए का हिसाब किताब भी मिला है। मौके से फरार हुए 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कार्रवाई के दौरान बड़ी जुआ राशि बरामद होने के चलते पुलिस आयकर विभाग को भी सूचित करेगी। जुआ अड्डे के खिलाफ नागौर जिले में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई की गई है।
परिवार का आरोप – तिजोरियां तोड़कर निकाले रुपए व गहने
दूसरी तरफ जसकरण के परिवार की तरफ से आरोपित जसकरण व महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घर की तिजोरियां तोड़कर रुपए निकाले हैं और सोने चांदी के जेवरात भी पुलिस ले गई। जबकि जुए से इनका मतलब ही नहीं था। महिलाओ ने कहा कि जसकरण को ब्लड कैंसर हैं और बेटा भी बीमार है। ईलाज के लिए घर में रुपए जमा किए हुए थे। खुद जसकरण ने भी कहा कि वह कल ही बीकानेर से जांच करवाकर लौटा है और यह रुपए उसके व बेटे के ईलाज के लिए थे। पुलिस ने तिजोरियों को तोड़कर जेवर व रुपए निकाल लिए और पूरा घर बिखेर दिया।
दूसरी तरफ जसकरण के परिवार की तरफ से आरोपित जसकरण व महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घर की तिजोरियां तोड़कर रुपए निकाले हैं और सोने चांदी के जेवरात भी पुलिस ले गई। जबकि जुए से इनका मतलब ही नहीं था। महिलाओ ने कहा कि जसकरण को ब्लड कैंसर हैं और बेटा भी बीमार है। ईलाज के लिए घर में रुपए जमा किए हुए थे। खुद जसकरण ने भी कहा कि वह कल ही बीकानेर से जांच करवाकर लौटा है और यह रुपए उसके व बेटे के ईलाज के लिए थे। पुलिस ने तिजोरियों को तोड़कर जेवर व रुपए निकाल लिए और पूरा घर बिखेर दिया।
हमारे पास फालतू बातों के लिए टाइम नहीं है
हमारे पास फालतू बातों के लिए टाइम नहीं है, जो भी कार्रवाई हुई है, उसकी पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग है हमारे पास। आरोपित के खिलाफ पहले ही जुए के चार मुकदमे हैं, जिनमें उसे सजा भ हो चुकी है। हमें पुख्ता जानकारी मिलने के बाद एसपी ऑफिस से अनुमति लेकर कार्रवाई की है।
– दीपक यादव, वृत्ताधिकारी, डीडवाना
हमारे पास फालतू बातों के लिए टाइम नहीं है, जो भी कार्रवाई हुई है, उसकी पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग है हमारे पास। आरोपित के खिलाफ पहले ही जुए के चार मुकदमे हैं, जिनमें उसे सजा भ हो चुकी है। हमें पुख्ता जानकारी मिलने के बाद एसपी ऑफिस से अनुमति लेकर कार्रवाई की है।
– दीपक यादव, वृत्ताधिकारी, डीडवाना