नागौर

Video : चुनावी वर्ष में नागौर में खूब चढ़ा सुरा का सुरूर, जानिए क्यों

वर्ष 2017 की तुलना में 2018 में अधिक उठाई गई अंग्रेजी व देसी शराब व बीयर, आबकारी विभाग के अधिकारियों की आई सांस में सांस

नागौरJan 15, 2019 / 12:02 pm

shyam choudhary

Sales of wine increased in Nagaur

श्यामलाल चौधरी
नागौर. जिले में दो साल तक शराब की बिक्री कम होने के बाद एक बार फिर वर्ष 2018 में शराब बिक्री का ग्राफ बढ़ गया है। चुनावी वर्ष शराब बिक्री बढऩे का कारण चाहे पुलिस व आबकारी विभाग की कार्रवाई रही या फिर प्रत्याशियों की मेहरबानी से मुफ्त में बंटी शराब, लेकिन शराब की बिक्री बढऩे से सरकार के खजाने में बढ़ोतरी जरूर हुई है, जिससे विभागीय अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है।
नागौर आबकारी विभाग के अनुसार वर्ष 2017-18 में जहां बीयर की बिक्री 55.90 लाख लीटर हुई थी, वहीं वर्ष 2018 में यह बिक्री बढकऱ 57.16 लाख लीटर पहुंच गई। इसी तरह अंग्रेजी शराब की बिक्री वर्ष 2017-18 में 19.26 लाख लीटर थी, जो वर्ष 2018 में बढकऱ 19.99 लाख लीटर हो गई। देसी शराब की बिक्री वर्ष 2017-18 में 7.68 लाख लीटर हुई, वहीं वर्ष 2018 में दिसम्बर तक यह बिक्री 8.58 लाख लीटर पहुंच गई। प्रतिशत में देखें तो गत वर्ष की तुलना में अप्रेल से दिसम्बर तक हुई बिक्री में अंग्रेजी शराब में 3.78 प्रतिशत, बीयर में 2.26 प्रतिशत और देसी शराब में 11.06 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि दो साल पहले जिले व प्रदेश में शराबबंदी की मांग के चलते शराब की बिक्री काफी कम हो गई थी, जिसको लेकर आबकारी विभाग के उच्चाधिकारियों ने फरवरी, 2017 में राजस्थान के 19 जिलों के अधिकारियों को नोटिस थमाए थे। कई जगह तो शराब की बिक्री 28 फीसदी तक गिर गई थी। नागौर सहित चित्तौडगढ़़, भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, जयपुर ग्रामीण और झुंझुनूं जिलों में 10 से 17 प्रतिशत तक शराब की बिक्री घटी थी। कुछ जिलों में तो सरकार ने शराब बिक्री घटने तथा लक्ष्य के अनुरूप शराब बिक्री पूरी नहीं करने पर सरकार ने आबकारी विभाग के अधिकारियों के वाहन तक वापस ले लिए थे, जबकि कई जिलों में आबकारी अधिकारियों को चार्जशीट भी दी गई।
कभी मुर्गी दाना में तो कभी पशु आहार में पकड़ी अवैध शराब
गत वर्ष पुलिस एवं आबकारी विभाग ने जिले में अवैध परिवहन की जा रही शराब खूब पकड़ी। आबकारी विभाग ने विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान छोटी-छोटी कार्रवाइयों के साथ बड़ी कार्रवाई कर एक ट्रेलर में मुर्गी दाना के नीचे भरी अवैध शराब पकड़ी तो कोतवाली, सदर थाना एवं जिले की पुलिस ने अलग-अलग जगह शराब जब्त की। कोतवाली थाना पुलिस ने पत्थर की पट्टियों के नीचे व पशु आहार में छिपाकर परिवहन की जा रही शराब पकडकऱ शराब तस्करों को दांत खट्टे किए।
 

गत नहीं मिले थे पूरे आवेदन
वर्ष 2017 में जिले में शराब दुकानों के नए लाइसेंस देने के बाद गत वर्ष सरकार के निर्देश पर आबकारी विभाग ने फरवरी में नवीनीकरण किया, लेकिन जिले की 230 देसी मदिरा के समूहों में से 47 के ठेकेदारों ने नवीनीकरण में रुचि नहीं दिखाई, जबकि 29 अंग्रेजी शराब की दुकानों में से 3 का नवीनीकरण नहीं हो पाया। इस पर आबकारी विभाग ने 47 समूहों के लिए वर्ष 2018-19 के लिए आवेदन मांगकर फरवरी 2018 में लॉटरी प्रक्रिया से शराब दुकानों का आवंटन किया था। 47 समूहों के लिए मांगे गए आवेदनों में से 14 दुकानों के लिए विभाग को एक-एक आवेदन मिले थे।
इस बार बढ़ी शराब की बिक्री
नागौर जिले में इस बार देसी व अंग्रेजी शराब के साथ बीयर की बिक्री गत वर्ष की तुलना में बढ़ी है, जिससे विभाग का राजस्व भी बढ़ा है। इसके पीछे प्रमुख कारण जिले में अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाना रहा है।
– महेन्द्रसिंह शेखावत, जिला आबकारी अधिकारी, नागौर

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