सूत्रों के अनुसार 38 में से 8 दुकानों के एक-एक खरीदार ही आए। ये रिजर्व प्राइस से पांच-दस हजार रुपए अधिक में बिक गईं, जबकि शेष दुकानों के लिए तो एक भी खरीदार नहीं पहुंचा। हालांकि सभी दुकानों की नीलामी का टारगेट कब का पूरा हो चुका है।
सूत्र बताते हैं कि नीलामी के दौरान कोरोना संक्रमण एक बार फिर बढ़ गया। उदयपुर, जयपुर समेत कुछ जिलों में तो पहले ही शाम छह बजे से लॉक डाउन होने लगा था। इधर, शुक्रवार से ढाई दिन का वीकेण्ड पूरे प्रदेश में लग गया। बताते हैं कि इससे भी शराब के ठेकेदार विचलित हो गए। उनको शंका है कि पिछले बरस के लॉक डाउन व अन्य स्थितियों में घाटा लगा, अब भी कहीं वैसे ही हालात नहीं हो जाएं। उनका मानना है कि शराब की दुकानों की बिक्री शाम पांच से आठ बजे के बीच ही होती है, उसमें भी दुकानें बंद करनी पड़ेगी तो फिर फायदा कैसे होगा।