यहां तक की एसपी सचिन अतुलकरस्वयं इस मामले की कमान अपने हाथ में ले रखी है। खुलासे को लेकर पुलिस पर कितना दबाव है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि एसपी ने आरोपियों का सुराग देने वालों को दस हजार रुपए का इनाम घोषित करने के अलावा जिले भर के जाबाज पुलिस कर्मियों की टीम बनाकर इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में लगाया है। इसके अलावा रतलाम व उज्जैन जिले के साइबर एक्सपर्ट की एक टीम भी २४ घंटे कत्ल का राज खोलने के लिए काम कर रही है। लेकिन फिलहाल पुलिस की सारी कोशिशे व मेहनत का नतीजा शून्य ही साबित होता नजर आ रहा है।
क्लिनिक जाने वाले लोगों पर पुलिस की नजर
हर से निराशा हाथ लगने के बाद पुलिस ने एक बार फिर किल्कीपुरा चौराहे स्थित उस निजी क्लिनिक के सीसी टीवी फुटेज को खंगालना शुरु कर दिया है, जहां पर मृतक काम करता था। रविवार को पुलिस ने क्लिीनिक के सीसीटीवी फुटेज मंगाकर उन लोगों को थाने बुलाकर पूछताछ की गई, जो 10 जून यानी घटना वाली रात 8.30 बजे इसी क्लिीनिक से घर जाते समय मृतक नीतेश गायब हो गया था, और अगले दिन सुबह उसकी लाश बंद बोरे में मिली थी।
मिले खून के धब्बों की होगी फॉरेंसिक जांच
मामले में पुलिस ने जो स्कॉर्पियों कार जब्त कर उसके मालिक बच्चु को हिरासत में लिया गया है। अभी तक की पूछताछ में पुलिस उससे भी कुछ हासिल नहीं कर सकी है। पुलिस अब स्कॉर्पियों में मिले खून के दाग एवं खून से सना कपड़े की जांच के लिए उज्जैन से फॉरेंसिक टीम को नागदा है। संभवत: यह टीम सोमवार को शहर पहुंचेगी। इधर पुलिस ने पूछताछ के लिए जिन संदिग्धों हिरासत में लिए थे। उनमें से बच्चु व लखन नामक युवक को छोड़कर सभी को छोड़ दिया है।