राज्य कर्मचारी बीमा निगम के अस्पताल में नायब तहसीलदार ने मंगलवार शाम ५.३० बजे औचक निरीक्षण किया तो कई खामियां मिली।
नागदा•Aug 07, 2019 / 12:59 am•
Ashish Sikarwar
राज्य कर्मचारी बीमा निगम के अस्पताल में नायब तहसीलदार ने मंगलवार शाम ५.३० बजे औचक निरीक्षण किया तो कई खामियां मिली।
नागदा. राज्य कर्मचारी बीमा निगम के अस्पताल में नायब तहसीलदार ने मंगलवार शाम ५.३० बजे औचक निरीक्षण किया तो कई खामियां मिली। इस दौरान सभी कर्मचारी ड्यूटी पर मिले लेकिन लैब टेक्नीशियन हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर के बाद भी नदारद पाया गया। प्रभारी डॉ. मलहन के रजिस्ट्रर में हस्ताक्षर होने पर ड्यूटी पर नहीं मिलने। यह सामने आया कि वह ३ बजे ही घर लौट जाते हैं।
अचानक हुए निरीक्षण से कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इलाज के लिए पहुंचे मरीजों ने पीड़ा भी व्यक्त की। मंगलवार शाम ५.३० बजे नायब तहसीलदार सलोनी पटवा आरआइ व अन्य कर्मचारियों के साथ बिरलाग्राम के इएसआइ अस्पताल पर पहुंची। जैसे ही अधिकारियों ने ओपीडी में प्रवेश किया तो अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
तहसीलदार पटवा ने ड्यूटी डॉक्टरों का रजिस्ट्रर चेक किया तो कर्मचारियों एक-दूसरे के तरफ देखते रहे। इस दौरान सभी कर्मचारियों को बुलाकर हाजिरी रजिस्टर से मिलान किया गया तो दो कर्मचारी अनुपस्थित मिले। डॉक्टर मलहन ड्यूटी पर आए थे लेकिन ३ बजे घर लौट गए। लैब टेक्नीशियन रवींद्र गोले ड्यूटी पर नहीं मिला लेकिन रजिस्टर में हस्ताक्षर पाए गए। उसके बाद ड्यूटी पर पाए व नदारद कर्मचारियों का पंचनामा बनाकर अधिकारी के वापस लौटने पर इलाज कराने आए मरीजों ने शिकायत दर्ज कराई। अधिकांश लोगों दवाइयां उपलब्ध नहीं होने की बात पटवा को बताई
वरिष्ठों को पत्र भेजा है
लगातार मिली रही शिकायातों के चलते इएसआइ अस्पताल का निरीक्षण किया गया था। एक लैब टेक्नीशियन ड्यूटी पर नहीं मिला। कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजा है।
सलोनी पटवा, नायब तहसीलदार, नागदा
नागदा. नगरपालिका की जल शाखा के अधीन कार्य करने वाले एक कर्मचारी को ड्यूटी के दौरान अटैक आया गया। जानकारी लगने पर आसपास के लोग उपचार के लिए शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
नपा की जल शाखा के अधीन कार्य करने वाला चेतनपुरा निवासी पूनमचंद (४९) पिता हजारीलाल रोजाना की तरह दशहरा मैदान वाले पानी की टंकी पर ड्यूटी था। दोपहर ३.३० बजे हदय की गति रुकने से वह गश्त खाकर गिर गया। आसपास के लोगों ने उनको गिरा पड़ा देखा तो उसके पास गए।
शरीर में किसी प्रकार हलचल नहीं करने पर तत्काल शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉ. कमल सोलंकी ने मृत घोषित कर दिया। उसके बाद परिजनों की निगरानी में मृतक पीएम किया गया। फिलहाल शव शासकीय अस्पताल के पीएम रूम में रखा है।
बुधवार सुबह परिजनों को सौंपा जाएगा। नगरपालिका के सीएमओ सतीश मटसेनिया के अनुसार मृतक को तत्काल 50 हजार रुपए की राशि और शासकीय सभी प्रकार के हितलाभ दिए जाएंगे।