बकरी चराने का काम करता था युवक, 14 जनवरी से एक बकरी और युवक दोनों थे लापता
नागदा•Jan 18, 2019 / 08:19 pm•
Gopal Bajpai
चार दिन से लापता युवक व बकरी की लाश कुएं से मिली
नागदा। भाटपचलाना थाना क्षेत्र स्थित गांव पटोनिया खेता निवासी 45 वर्षीय दुलेसिंग भेरूसिंग गत 14 जनवरी को 15-20 बकरियों को जंगल में चराने गया था। लेकिन उसके बाद वह घर नहीं लौटा। शुक्रवार की सुबह चामुंडा माता मंदिर के पास बने बाल हनुमान मंदिर के पीछे की ओर बने एक कुएं से उसकी लाश मिली है। दुलेसिंग के साथ एक बकरी भी गायब थी वह भी उसी कुएं में मृत अवस्था मिली है। पुलिस ने दोनों को कुएं के बहार निकाल कर मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुट गई है। दरअसल मृतक कुछ दिन पूर्व ही अपने गांव से नागदा आकर रतलाम फाटक स्थित शिवपुरा क्षेत्र में अकेला रह रहा था। आजीविका चलाने के लिए मृतक क्षेत्र के कुछ लोगों की बकरियों को चराने का काम करता था। मिली जानकारी के अनुसार मृतक रोजाना की तरह 14 जनवरी को 15-20 बकरियों को लेकर जंगल गया था। लेकिन शाम को वापस नहीं लौटा। बकरी मलिकों ने उसे शहर के आसपास के इलाकों में ढूढऩे पर ज्यादातर बकरियां जंगल में लावारिस हालात में मिल गई लेकिन चरवाह दुलेसिंग और एक बकरी नहीं मिले थे। शुक्रवार सुबह कुछ लोगों ने चामुंडा माता मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित बाल हनुमान मंदिर के पास वाले कुएं में बकरी की लाश को देखा और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची मंडी पुलिस ने मृत बकरी को जैसे ही कुएं में से बहार निकाला तो लापता दुलेसिंह की लाश भी पानी में तैरते नजर आ गई। जिसे कुछ स्थानीय लोगों की मदद से बहार निकाला गया। पुलिस ने मृतक के शव का पीएम करवा कर परिजनों को सौप दिया है।
मामले में पुलिस ने युवक की मौत को हादसा बताया है
जांचकर्ता सबइंसपेक्टर जीवन सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टिया में मामला दुर्घटना का प्रतित होता है। संभावना है कि पहले बकरी कुएं में गिरी होगी जिसे बचाने के लिए मृतक भी कुएं में उतरा या गिर गया होगा और तैरना नहीं जानने की वजह से वह कुएं के पानी से बहार नहीं निकल सका और उसकी जान चली गई। हालांकि मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर मौत के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। घटनास्थल से पुलिस को मृतक के जूते, टिफीन और एक लकड़ी भी मिली है।