मामला अमलावदिया में हुई महिला सीताबाई की हत्या का
नागदा•Jan 29, 2019 / 08:14 pm•
Gopal Bajpai
पहले की राम राम फिर दराते से वार कर कर दी हत्या
पुलिस ने चौथे दिन ही कर दिया खुलासा
नागदा। गांव अमलावदिया में चार दिन पूर्व 25 जनवरी को हुई महिला सीताबाई आंजना के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। कातिल महिला के खेत का पड़ोसी ही निकला है। मामले में पुलिस ने आरोपी शांतिलाल पिता अम्बाराम निवासी अमलावदिया को गिरफ्तार कर लूटे गए महिला के आभूषण और हत्या में प्रयुक्त फावड़ा में लगने वाला लकड़ी का हत्था और दराता जब्त कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने महिला की हत्या लूट के इरादे से ही करना कबूला है। आरोपी घूमने- फिरने और शराब पीने का आदि है। रुपयों की किल्लत के कारण वह अपने शौक पूरे नहीं कर पा रहा था। इसी के चलते उसने महिला की हत्या कर उसके कान में पहने सोने के गहने को उतार कर फरार हो गया। घटना में पुलिस को प्रारंभ से ही कातिल जान पहचान वाले होने का शक था। जो सही साबित हुआ है। हालांकि मामले में पुलिस ने 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की थी। लेकिन सबसे ज्यादा शंका के दायरे में आरोपी ही था। कारण आरोपी मृतका के खेत का पड़ोसी होने के कारण पुलिस की जांच के दायरे में तो था ही साथ ही वह घटना के बाद से ही घर पर नहीं मिल रहा था। पुलिस ने आरोपी को पकडऩे के लिए मुखबीरों की मदद ली और घटना के दो दिन बाद ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस का शक उस समय और भी मजबूत हो गया जब उसके बयान में विरोधाभास सामने आया। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो आरोपी शांतिलाल सब कुछ उगल दिया। मामले को लेकर मंगलवार को सीएसपी मनोज रत्नाकर ने सीएसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित कर आरोपी का खुलासा किया।
तीन दिन पहले से ही महिला पर रख रहा था नजर
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसे रुपयों की सख्त जरूरत थी। और उसे इस बात की भी जानकारी थी की उसके खेत की पड़ोसी सीताबाई आंजना हमेशा एक-डेढ़ लाख रुपए के सोने व चांदी के आभूषण पहन कर रखती है। इन आभूषणों से वह अपनी जरूरत का पूरा कर सकता है। यही कारण है की वह वारदात के तीन दिन पूर्व से ही महिला के खेत पर आने-जाने के समय पर नजर रख रहा था। घटना वाले दिन जैसे ही उसे मौका मिला उसने वारदात को अंजाम दे दिया।
पहले की राम-राम फिर कर दी हत्या
आरोपी के अनुसार घटना वाले दिन वह महिला के खेत पर पहुंचने के पहले ही वह अपने खेत पर पहुंच कर उसका इंतजार कर रहा था। महिला जैसे ही खेत पर पहुंची और घर के लिए सब्जी तोडऩे के लिए खेत में बैठी तो आरोपी वहां पहुंच गया। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी पहले से ही अपने साथ दराता और फावड़े का हत्था साथ ले गया था। पहले तो उसने महिला से राम-राम कहा और हाल चाल पूछे और बाद में फावड़े के हत्थे से महिला के सिर पर वार कर दिया। जिससे महिला घायल होकर जमीन पर गिर गई। उसके बाद लकड़ी के हत्थे से दो वार और किए जब महिला बेसूध हो गई तो आरोपी ने महिला के कान के सोने के आभूषण निकाल लिए। लेकिन वह पांव में पहनी पायल को निकाल नहीं सका। पकड़े जाने के डर से आरोपी ने जाते-जाते दराते से महिला के गले व चेहरे पर वार कर मौत के घाट उतार दिया।
खेत के पास स्थित खाल में छुपा दिया था दराता और गहने
आरोपी शांतिलाल ने वारदात के बाद खेत के पास ही मौजूद खाल में गड्डा खोदकर लूटे गए गहने और हत्या में प्रयुक्त दराता और लकड़ी के हत्थे को छुपा दिया था। जिसे आरोपी कि निशानदेही पर पुलिस ने बरामद कर लिया है।
हत्या का खुलासा करने वाले पुलिसकर्मियों को एसपी ने दस हजार रुपए पुरूस्कार देने की घोषणा
हत्या की इस वारदात का खुलासा करने में सबसे ज्यादा अहम योगदान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंतरसिंह कनेश, सीएसपी मनोज रत्नाकर,बिरलाग्राम थाना प्रभारी एवं प्रशिक्षु आइपीएस रजत सकलेचा,उपनिरिक्षक रोहित पटेल,दीपक चौहान करणसिंह चौहान,जीवन भिडोरे,पोपसिंह सहायक उपनिरिक्षक आरसी चौहान,एसपीएस चौहान,रामसिंह भूरिया प्रधान आरक्षक बबलू डागा, आरक्षक दयाशंकर, कालूराम, यशपालसिंह,सुखदेव, प्रकाश यादव, सुरेश डांगी, मनीष व्यास,दीपक पाल, सैनिक प्रदीप, भूली धनगर का रहा है। पूरी टीम को एसपी सचीन अतुलकर ने दस हजार रुपए पुरुस्कार की घोषणा की है।