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नारायणपुर

फिर समय पर इलाज न मिलने से प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास की छात्रा ने तोड़ा दम

छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में इलाज के दौरान दम तोड देने के कारण कांग्रेस ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाकर मामले की जांच के लिए कलक्टर को ज्ञापन सौपा।

नारायणपुरSep 14, 2018 / 12:28 pm

Badal Dewangan

छात्रावास की छात्रा ने तोड़ा दम

फिर समय पर इलाज न मिलने से प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास की छात्रा ने तोड़ा दम

नारायणपुर. नगर में संचालित प्री-मैट्रिक कन्या छात्रावास में निवासरत कक्षा 6वीं की छात्रा मलेरिया से पीडित होने के कारण उसको इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। लेकिन छात्रा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में इलाज के दौरान दम तोड देने के कारण कांग्रेस ने आश्रम प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर मामले की जांच के लिए कलक्टर को ज्ञापन सौपा है।

अपना भविष्य संवारने में लगी रहती है
नगर से लगे सिगोंडी तरई में आजाक विभाग से 50 सीटर प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास का संचालन किया जाता है। इस छात्रावास में छात्राओं को आवासीय सुविधाएं प्रदान की जाती है। इसमें निवासकर अपना भविष्य संवारने में लगी रहती है। इस छात्रावास में निवासरत कक्षा 6वीं की छात्रा जयंती गावडे पिता स्व. राजेन्द्र निवासी कुरूषनार को बुधवार की सुबह बुखार आने पर इसकी जानकारी अपने अधीक्षिका को दी थी।

छात्रा जयंती ने इलाज के दौरान अचानक दम तोड़ दिया
अधीक्षिका ने छात्रा जयंती को मितानीन के पास ले जाकर किट में खून की जांच करवाई थी। इस जांच में छात्रा को मलेरिया होने की जानकारी सामने आने पर अधीक्षिका ने छात्रा जयंती को बुधवार की सुबह 11 बजे जिला अस्पताल में भर्ती कर मामले की जानकारी उसके परिजनों को दी थी। लेकिन बुधवार की दोपहर करीब 3 बजे छात्रा जयंती ने इलाज के दौरान अचानक दम तोड़ दिया। इसके बाद छात्रा के शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

तीन साल के बच्चे ने इलाज के दौरान तोड़ा दम
मुख्यालय से लगे आतुरबेड़ा गांव में निवासरत रमेश नुरेटी के पुत्र समीर उम्र तीन बुधवार को आंगनबाडी में गया था। जहां पर खेलने-कूदने के बाद घर वापस आया था। जिसका शरीर बुखार से तपता हुआ देखकर बुधवार की सुबह करीब 11 बजे जिला अस्पताल में लाकर चेक-अप करने के बाद इंजेक्शन लगाकर घर वापस ले गए थे। लेकिन बुधवार की रात को बुखार कम नहीं होने पर गुरूवार की सुबह इलाज के लिए जिला अस्पताल लाकर भर्ती किया गया था। लेकिन 3 साल के समीर में गुरूवार की शाम करीब 5 बजे इलाज के दौरान दम तोड दिया।

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर
जांच के लिए नहीं पहुंच पाई आंगनबाडी, आश्रम शाला, स्कूल में अध्यनरत छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य के नियमित जांच की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होती है। इसके लिए चिरायू की पूरी टीम को स्कूल, आश्रम शाला में एक बार पहुंचकर सभी बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर दवाईया प्रदान करने के बाद जरूरी दिशा निर्देश देने होते है। वही चिरायू टीम को आंगनबाडी में साल में दो बार पहुंचकर छोटे बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करनी होती है। वही छात्रावास के बच्चों की जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य कार्यकर्ता व स्वास्थ्य साथी को माह में एक बार पहुंचकर छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच करनी होती है। लेकिन इस मामले में स्वास्थ्य विभाग घोर लापरवाही बरतते हुए नजर आ रहा है। इसकी बांनगी नगर में साफ तौर पर उजागर होते हुए नजर आई। इस घटना के बाद ‘पत्रिकाÓ की टीम ने नगर में संचालित सिगोंडी तरई छात्रावास अधीक्षिका व कस्तुरबा गांधी बालिका आवासिय विद्याालय की अधीक्षिका से छात्राओं के स्वास्थ्य की नियमित जांच के बारे में जानकारी पूछी गई। इसमें अधीक्षिकाओं ने बताया कि पिछले साल मार्च माह में छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच हुई थी। इसके बाद कोई भी स्वास्थ्य कार्यकर्ता या फिर चिरायू की टीम छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए नहीं पहुंच पाई है।

कांग्रेस ने लापरवाही बरतने का लगाया आरोप
इस मामले में जिला कांग्रस कमेटी ने छात्रावास प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए मामले की जांच के लिए कलक्टर को ज्ञापन सौपा है। इस ज्ञापन में कांग्रेस ने उल्लेखित किया है कि छात्रावास में निवासरत छात्रा को जंयती गावडे को बुधवार की सुबह 9 बजे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। लेकिन छात्रा की 2 बजे मौत हो जाने के बाद किसी जवाबदार अधिकारी को बताए बिना आनन-फानन में छात्रा के शव को परिजनों को न सौपकर किसी रामूराम को सौप दिया। जिला मुख्यालय में नाक के नीचे इस प्रकार की लापरवाही की जा रही है, तो अंदरूनी गांवो में स्थिति का अन्दाजा लगा जा सकता है। आश्रम शालाओं में चिकित्सा की सम्पूर्ण जवाबदारी का दावा शासन द्वारा किया जा रहा है। लेकिन शासन के दावों की जमीन हकिकत आश्रम में हो रही छात्र की मौत से लगाया जा सकता है। इस घटना की जिला कांग्रेस कमेटी निन्दा कर मांग करती है कि अबूझमाड़ की नाबालिग छात्रा के मौत की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाही की जांव। अन्यथा सात दिन के पश्चात जिला कांग्रेस कमेटी सड़क पर उतरकर आन्दोलन कर नाबालिग की मौत का हिसाब लेगी। जिसकी जवाबदारी जिला प्रशासन की होगी।

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