जूता चप्पल तक बाहर उतरवाए
इस पर शिक्षा विभाग ने कार्रवाही करते हुए उडन दस्ता टीम को परीक्षा केन्द्र की सतत निगरानी कर पूरी पारदर्षिता के साथ परीक्षा को सम्पन्न करने हिदायत दी थी। इस पर केन्द्राध्यक्ष ने जुता पहनकर आने वाले परीक्षार्थियों को जुता-मोजा कमरे के बाहर उतारने के बाद ही परीक्षा में बैठने के निर्देष देकर पेपर के प्रश्रों को हल करते समय इधर-उघर मुडने पर पाबंदी लगा दी। इस तरह की पाबंदी लगने के कारण प्रश्रोंं को हल करते समय परीक्षार्थियों के पसीने छूटते नजर आ रहे थे।
जिले में गुना व इस गांव में दो गुना परीक्षार्थी
जानकारी के अनुसार 10वीं व 12वीं ओपन परीक्षा के लिए जिला मुख्यालय के शासकिय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय में 10वीं 283 व 12वीं में 288 परीक्षा दे रहे थे। वही जिला मुख्यालय से दो गुना ज्यादा परीक्षार्थी ओरछा परीक्षा केन्द्र में परीक्षा दे रहे है। इसमें 10वीं में 402 एंव 12वीं में 452 परीक्षार्थी ओपन परीक्षा में सम्मिलित हो रहे है। इन आंकडों से अंदाजा लगाया जा सकता है, कि ओरछा परीक्षा केन्द्र में परीक्षा किसी कदर सम्पन्न होती होगी। इसके बावजूद षिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान इस और नहीं जाना समझ से परे जान पड़ता था। लेकिन इस मामले की भनक लगने के बाद पत्रिका प्रतिनिधि ने ओरछा ब्लॉक मुख्यालय पहुंचकर ओपन परीक्षा केन्द्र में सम्पन्न हो रही परीक्षा का जायजा लिया तो इसमें कई बातों का खुलासा हो गया।
ऐसे होती है हाईटेक नकल
इसमें पता चला कि ओरछा परीक्षा केन्द्र नकल के लिए हाईटेक तकनीक का सहारा लिया जाता है। इसमें प्रश्र पत्र का बंडल खुलते ही पेपर को फोटो मोबाईल से खींच लिया जाता है। इसके बाद पेपर का फोटो सेंटर एक के माध्यम से दूसरे मोबाईल पर वायरल किया जाता है। इस तरह प्रश्र पत्र का फोटो वायरल होकर परीक्षा शुरू होते ही परीक्षार्थीयों के परिजन तक पहुंच जाता है। इस प्रश्र पत्र का फोटो देखकर परीजन अजय माला से प्रष्न का जवाब खोजकर इसको अजय माला से फाट लेते है। इसके बाद परीक्षार्थीयों के परिजन परीक्षा केन्द्र के अंदर प्रवेष करने वालों से सम्पर्क कर इनको कुछ पैसे देकर प्रष्न के जवाब का कागज देकर परीक्षार्थी का रोल नम्बर देते है। इस तरह परीक्षा केन्द्र में प्रवेष करने वाला व्यक्ति संबधित रोल नम्बर के पास जाकर नकल प्रदान करता है। इस नकल के मिलते ही परीक्षार्थी प्रश्र को हल करने में जूटा जाता है। इर तरह ओरछा परीक्षा केन्द्र में हाईटेक तकनिक के सहारे नकल होती है। इसको संज्ञान में लेकर पत्रिका ने 1 अप्रैल के अंक में हाईटेक नकल के सहारे परीक्षार्थी प्रश्रों को कर रहे हल, बाहरी जिलों के अनके छात्र दे रहे परीक्षा शीर्षक के साथ प्रमुखता से प्रकाषित किया था।