इस शिकायत के मिलने पर उडऩ दस्ता टीम के विश्राम गृह में दबिश दी। इसके लिए कुछ सक्रिय लोगों के लिए वन विभाग के विश्राम गृह में भोजन बनवाने की जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों को मिल गई थी। इसके लिए जिला कांग्रेस कमेटी के नेता विक्रम बैस ने वन विभाग के विश्राम गृह का फ ोटो लेकर मामले की शिकायत सी विजील एप में कर उडन दस्ता टीम के विश्राम गृह में पहुचंने की राह ताक रहे थे।
इसी दौरान दूसरे पक्ष के कुछ नेता स्कार्पियों गाड़ी में वन विभाग के विश्राम गृह में पहुंचकर खाना खाने में लग गए थे। इसके थोडी देर बाद उडऩ दस्ता टीम ने विश्राम गृह में दबिश देकर अपनी कार्रवाई शुरू करते हुए विडियो रिकार्डींग करना शुरू कर दिया था। इसको देखकर खाना खाते हुए नेता खाना छोडकर भाग निकले।
वहीं उडन दस्ता टीम ने अंबिकापुर सहित अन्य जगह से पहुंचे 3 लोगों को रोककर पूछताछ कर रहे थे। इसके बाद उडऩ दस्ता टीम ने शिकायत पर खानापूर्ति करते हुए विश्राम गृह में भोजन कर रहे बीजेपी नेताओं का बयान दर्ज करने के बजाय पंचनामा कार्रवाई करते हुए शिकायत कर्ता को इसमें हस्ताक्षर करने के लिए कहा था। लेकिन उडऩ दस्ता टीम की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने के कारण शिकायत कर्ता ने पंचनामा कार्रवाई पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। इस घटना के बाद उडऩ दस्ता टीम वापस लौट गई।
मंत्री को मिली थी अनुमति
बीजेपी प्रत्याशी मंत्री केदार कश्यप ने शासकीय वन विभाग के विश्राम गृह में रूकने की परमिशन ली थी व उनके फ ॉलो गार्ड को विश्राम गृह में रूकने व खाने की अनुमति प्रदान की गई थी। इसके चलते नामांकन दाखिल करने के बाद बीजेपी प्रत्याशी केदार कश्यप अपने फालोगार्ड के साथ खाना खाने के लिए विश्राम गृह में पहुंचे थे।
इस मामले की जानकारी नहीं
जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आचार सहिता उल्लंघन की शिकायत को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष से मामले की जानकारी मोबाइल से ली गई, तो उन्होने कहा कि विश्राम गृह में बीेजेपी नेताओं के खाना खाने के मामले की मुझे कोई जानकारी नहीं है, मैंं उस दौरान पार्टी कार्यालय में अपने कार्य में व्यस्त था।
नारायण मरकाम,
बीजेपी जिलाध्यक्ष