पावर कॉरपोरेशन की ओर से बिजली बिल की बकाया राशि की वसूली को लेकर प्रतिमाह अभियान चलाया जाता है। इसके लिए विभाग द्वारा बड़े बकाएदारों की सूची तैयार की जाती है। इस सूची के आधार पर संबंधित विभाग को नोटिस जारी किया जाता है। लेकिन नोटिस जबाव तक देने में सबंधित विभाग कोई रुचि नहीं दिखते है। इससे बकाया बिल का नोटिस कागज में दफन होकर रह जाता है। इससे जिले के 30 शासकिय कार्यालयों में करीब 8 करोड़ रुपए का बिंजलि बिल बकाया बचा हुआ है। इसके बाद भी विभाग द्वारा लगातार कनेक्शन न काटकर महज बिल जारी कर दिया जाता है।
शासकीय विभागों पर नहीं करती कार्रवाई
आम उपभोक्ताओं का बिल 10 हजार से अधिक होने पर कनेक्शन काटने के साथ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी जाती है और समय-समय पर उपभोक्ता के घर जाकर टीम द्वारा बिल जमा करने के लिए दबाव बनाया जाता है। लेकिन शासकिय विभागों पर दबाव बनाने में विद्युत विभाग कोई रुचि नहीं दिखता है। इससे बकाया बिंजली बिल की वसूली आम उपभोक्ताओं तक सीमित रह गई है। विभागों के बकाया बिजली बिल की जानकारी ली गई तो चौकाने वाले रिपोर्ट आया।
बिजली विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, माह सितंबर 2022 के अनुसार राजस्व विभाग पर 10 लाख 14 हजार 742 का बकाया है। इसी के साथ पुलिस विभाग 35487028, वन विभाग 23 लाख 73 हजार 196, कृषि विभाग 5 लाख 5 हजार 549 रुपए, मत्स्य विभाग 63206, न्यायालय विभाग 872, लोक निर्माण विभाग 11 लाख 13 हजार 668, शिक्षा विभाग 2602728, स्वास्थ्य विभाग 8 लाख 75 हजार 619, आदिम जाति कल्याण विभाग 23 लाख 62 हजार 261, पंचायत ग्रामीण विभाग 4009869, पशु चिकित्सा विभाग 1 लाख 21 हजार 154 रुपए, महिला बाल विकास विभाग 5 लाख 60 हजार 277, हस्त शिल्प विकास बोर्ड 4 लाख 67 हजार 585, ग्रामोद्योग रेशम विभाग 94940, डाक विभाग 62722, आरईएस विभाग 2 लाख 61 हजार 639, दूरसंचार विभाग 4 लाख 9 हजार 837 रुपए बकाया बिल बचा हुआ है।
नगर पालिका परिषद पर भी बकाया
जिले की एक मात्र निकाय के 86 कनेक्शन पर 1 करोड़ 35 लाख 54 हजार 282 रुपए बकाया है। वही जनपद पंचायत के अन्य 4 कनेक्शन पर 10 लाख 18 हजार 995, सहकारी सेवा समिति बोर्ड पर 297379, आईटीआई विभाग पर 2 लाख 84 हजार 363, उद्यान विभाग 40 हजार 866, बैंक 15 हजार 239, खेल विभाग 7 लाख 62 हजार 780, कृषि उपज मंडी 2 लाख 27 हजार 274, सिंचाई विभाग 8029, लेम्पस विभाग 4 लाख 60 हजार 95, अन्य विभाग पर 2 लाख 56 हजार 640 रुपए बकाया बचा हुआ है। इस तरह जिले के 30 विभागों पर 7 करोड़ 64 लाख 43 हजार 777 रुपए बकाया बिंजली बिल बचा हुआ है।
विभागों बार-बार नोटिस किया जा रहा जारी
कार्यपालन अभियंता हिलोन कुमार ध्रुव ने कहा, जिले के शासकिय विभागों पर 7 करोड़ 64 लाख 43 हजार 777 रुपए का बकाया बिल है। इससे संबंधित विभागों को बिंजली जमा करने के लिए बार-बार नोटिस जारी कर सम्पर्क किया जा रहा है। इसमें विभाग 1-2 माह का समय मांग रहे है।