बता दें कि योजना के तहत पात्र बेटियों को कक्षा 6 मे प्रवेश लेने पर 2 हजार रूपये, 9वीं कक्षा के प्रवेशार्थियों को 4 हजार रुपये, कक्षा 11 वीं में प्रवेश लेने पर 6 हजार रूपये और 12वीं कक्षा के प्रवेशार्थियों को 6 हजार रूपये की छात्रवृति प्रदान की जाती है। योजना के तहत बेटी के 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर एक लाख रूपये सशर्त दिया जाएगा। शर्त ये कि लाभार्थी बेटी का 18 वर्ष की आयु के पूर्व विवाह न हुआ हो और उसने कक्षा 12 वीं में प्रवेश लिया हो।
इस मौके पर जिले के एनआइसी कक्ष में वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए बालिकाओं ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखा और सुना। अन्य स्थानों पर भी वेब कास्ट लिंक के माध्यम से बालिकाओं को इस कार्यक्रम से जोड़ा गया। बता दें कि योजना लागू होने से अब तक जिले की 69 हजार 207 बेटियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिल चुका है। योजना के तहत छात्रवृत्ति के लिए अब तक कक्षा 6 की 16 हजार 440 कक्षा 9 की 5 हजार 176, कक्षा 11 की 547 तथा कक्षा 12 की 26 लाभार्थी बेटियों को को लाभान्वित किया जा चुका है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास के अनुसार लाड़ली लक्ष्मी योजना के कारण लिंगानुपात की दर 919 से बढ़ कर 931 हो गई है, जबकि बालिका शिक्षा की दर 50.29 प्रतिशत से बढ़ कर 59. 24 प्रतिशत हो गई है।
इस मौके पर नरसिंहपुर एनआइसी कक्ष में अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर, जिला पंचायत की स्वास्थ्य समिति की अध्यक्ष राधा किलेदार, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी राधेश्याम वर्मा, प्रभारी उप संचालक सामाजिक न्याय अंजना त्रिपाठी तथा बड़ी तादाद में अभिभावक और बेटियां मौजूद रहीं। यहां इन बेटियों को प्रतीकात्मक रूप से लाड़ली लक्ष्मी योजना के आश्वासन प्रमाण पत्र वितरित किए गए।